डोल ग्यारस: आज रात शहर में निकलेगा झांकियों का कारवां

By AV NEWS

बैरवा समाज के फूलडोल चल समारोह में शामिल होगी 15 झांकियां, अखाड़े और रास मंडल, श्रीकृष्ण मंदिरों से निकलेंगे डोल

उज्जैन। आज जलझूलनी एकादशी (डोल ग्यारस) का पर्व मनाया जा रहा है। श्रीकृष्ण मंदिरों में विशेष साज-सज्जा कर भगवान का श्रंृगार किया गया। गोपाल मंदिर से शाम 4 बजे चांदी का डोल निकाला जाएगा। वहीं शहर के अन्य श्रीकृष्ण मंदिरों से भी डोल निकाले जाएंगे।

विभिन्न समाजों द्वारा आकर्षक झांकियां बनाई गई है। पूरी रात झांकियों का कारवां शहर की सड़कों पर नजर आएगा। प्रशासन द्वारा भी सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। अधिकारियों की विशेष ड्यूटी लगाई गई हैं। दो साल बाद एक बार फिर आज शाम को रंग-बिरंगी रोशनी से झिलमिलाती झांकियां शहर में निकलेगी। झांकियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। बैरवा समाज के फूलडोल चल समारोह का यह 100वां वर्ष हैं।

समाज के 26 मोहल्लों से झांकियां, अखाड़े और रास मंडल निकलेंगे। कुल 15 झांकियां तैयार की गई है। इनमें किशनपुरा, नारायणपुरा, बागपुरा, देसाईनगर, शांतिनगर आदि जगह की झांकियां, अखाड़े और रास मंडल शामिल हैं। शाम 4 बजे किशनपुरा स्थित श्रीराधा कृष्ण मंदिर से भगवान को चांदी के डोल में विराजित ्रकर निकाला जाएगा। छोटा सराफा स्थित लक्ष्मीनृसिंह मंदिर से शाम को फूलडोल चल समारोह निकाला जाएगा जो विभिन्न मार्गों से होकर शिप्रा तट पहुंचेगा।

तीन बत्ती चौराहा से शुरू होगा चल समारोह:

विभिन्न स्थानों से निकाले जाने वाले फूलडोल और अखाड़े पूजन के बाद शाम 4 बजे तीन बत्ती चौराहा पर एकत्र होंगे। यहां से शाम 7 बजे चल समारोह निकाला जाएगा। टावर चौक, चामुंडा माता चौराहा, देवासगेट, मालीपुरा, नईसड़क, कंठाल, गोपाल मंदिर, भार्गव मार्ग, अब्दालपुरा, लालबाई-फूलबाई मार्ग होकर सोलह सागर पहुंचेगा। यहां पर पूजन के बाद महाआरती की जाएगी। 50 से अधिक मंच बनाकर खलीफाओं औरझांकी निर्माताओं का स्वागत किया जाएगा।

इन समाजों की झांकियां और डोल शामिल होंगे

कतिया समाज के तत्वावधान में फूलडोल चल समारोह निकाला जाएगा। दोपहर 3 बजे कतिया बाखल से चल समारोह निकलेगा और सोलह सागर पहुंचेगा। इसी के साथ मोगिया आदिवासी समाज नयापुरा, जायसवाल समाज, रजक समाज सहित अन्य समाजों द्वारा भी डोल और झांकियां निकाली जाएगी।

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