देवशयनी एकादशी व्रत से लेकर गुरु प्रदोष व्रत और गुरु पूर्णिमा तक व्रत त्योहार

जुलाई के इस सप्ताह व्रत त्योहार के लिहाज से बेहद खास माना जा रहा है। वर्तमान सप्ताह का शुभारंभ आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि से हो रही है और इस दिन गुप्त नवरात्रि का समापन भी हो रहा है। इस सप्ताह  देवशयनी एकादशी, गुरु प्रदोष व्रत, चौमासी चौदस, गुरु पूर्णिमा पूजा समेत कई प्रमुख व्रत त्योहार पडऩे वाले हैं। व्रत त्योहार के साथ इस सप्ताह सूर्य कर्क राशि में तो बुध सिंह राशि में राशि परिवर्तन करने वाले हैं। आइए जानते हैं जुलाई मास के इस सप्ताह के प्रमुख व्रत त्योहार के बारे में…

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देवशयनी एकादशी (17 जुलाई 2024 बुधवार)
आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवशयनी एकादशी कहते हैं। आषाढ़ मास से कार्तिक मास के एकादशी तक के समय को चातुर्मास कहते हैं। इन चार महीने में भगवान विष्णु क्षीरसागर की अनंत शय्या पर शयन करते हैं। इसीलिए, विवाह से लेकर सभी शुभ कार्य बंद रहते हैं। इन दिनों में तपस्वी एक जगह रहकर ही अनुष्ठान करते हैं। इस दिन व्रत रहकर भगवान विष्णु का पूजन व विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

गुरु प्रदोष व्रत (18 जुलाई, गुरुवार)
आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की प्रदोष तिथि को प्रदोष व्रत किया जाता है, प्रदोष गुरुवार को पडऩे के कारण गुरु प्रदोष व्रत कहा जाता है। इस दिन व्रत रखकर के भगवान शिव की पूजा करके शत्रु पर विजय प्राप्त की जा सकती है। यह व्रत बहुत ही मंगलकारी और शिव कृपा दिलाने वाला माना गया है। इस दिन प्रदोष काल में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना करने से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं और सुख समृद्धि भी बनी रहती है।

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