धार नगर पालिका का इंजीनियर निकला करोड़पति

By AV NEWS

लोकायुक्त ने मारा छापा तो 44 तोला सोना मिला, इंदौर और धार में छापामार कार्रवाई

सैलरी से 112% अधिक संपत्ति मिली

इंदौर । लोकायुक्त पुलिस ने इंदौर में धार नगर पालिका के एक इंजीनियर के इंदौर और धार के ठिकानों पर आज एक साथ छापामार कार्रवाई की है। इस छापामार कार्रवाई में जांच में शुरुआत में ही यह इंजीनियर करोड़ों रुपए का आसामी निकल गया। लोकायुक्त पुलिस के द्वारा आज सुबह धार नगरपालिका में सहायक यंत्री के रूप में कार्यरत डीके जैन के निवास पर छापामार कार्रवाई की गई। जैन धार में पदस्थ हैं उनका धार में निवास है। उस निवास पर छापा मारने के साथ ही उनके इंदौर स्थित निवास पर भी छापा मार कार्रवाई की गई। इंदौर में योजना क्रमांक 78 में उनका आलीशान मकान है।

इन दोनों स्थानों पर दो अलग-अलग घरों पर दो अलग-अलग टीमों के द्वारा छापा मारकर जांच शुरू की गई। इस जांच में प्रारंभिक रूप में ही यह इंजीनियर करोड़ों रुपए की संपत्ति का आसामी निकल कर सामने आ गया। इस इंजीनियर का धार में दो मंजिला मकान है। इस मकान पर लोकायुक्त पुलिस के डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल के नेतृत्व में टीम के द्वारा छापामार कार्रवाई की गई। इस छापे में उक्त इंजीनियर के द्वारा जमीन में किए गए पैसे के निवेश का खेल निकल कर सामने आया है। इस इंजीनियर के द्वारा अपनी भ्रष्टाचार की काली कमाई से जमीन खरीदने का काम किया गया। इंदौर में इस इंजीनियर के मकान पर डीएसपी भदौरिया के नेतृत्व में टीम के द्वारा छापामार कार्रवाई की गई। इस छापे में बड़ी संपत्ति निकल कर सामने आई है। उनके घर में 44 तोला सोना और 1 किलो चांदी मिली है। इंदौर में भी उनका दो मंजिला मकान है, यह मकान बहुत अच्छी लोकेशन में है। घर के पास में ही बगीचा होने के कारण मकान की कीमत कहीं ज्यादा बढ़ जाती है।

घर में रखा था चिल्लर का ढेर
इंजीनियर डीके जैन के इंदौर के 78 योजना में स्थित मकान पर छापा मारने पहुंचे अधिकारी जब जांच कर रहे थे तो यह देख कर चौक गए कि नकदी के नाम पर उन्होंने इस मकान में चिल्लर का ढेर लगा रखा था। इस ढेर को देख लिया गया है लेकिन चिल्लर को गिनने का काम अभी नहीं किया गया है।

मांडव में खरीदी जमीन
इंजीनियर के द्वारा अपनी भ्रष्टाचार की काली कमाई से मांडव में जमीन खरीदने का काम किया। लोकायुक्त के अधिकारियों के अनुसार मांडव में एक ही स्थान पर इस अधिकारी के द्वारा 20 बीघा जमीन खरीदी गई जबकि दूसरे स्थान पर भी करीब 10 बीघा जमीन खरीदे जाने के साक्ष्य मिले हैं। इन जमीनों के दस्तावेज छापे में जब्त हो गए हैं।

तीन दुकानें भी खरीदी
इस इंजीनियर की कमाई कितनी ज्यादा थी इसका अंदाजा तो इसी बात से लगाया जा सकता है कि उक्त जमीन खरीदने के साथ ही साथ उसके द्वारा व्यापारिक दुकानें खरीदने का काम भी किया गया ताकि उन दुकानों से अच्छी आय अर्जित की जा सके। आरोपी के पास तीन दुकानों के मालिक होने के दस्तावेज भी सामने आ गए हैं।

 

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