बच्चो को जरूर सिखाएं, ये संस्कार हमेशा आयेंगे उनके काम

By AV NEWS

बच्चे को सही और गलत में फर्क करना आना चाहिए, जिससे उनके निर्णय लेने की क्षमता में विकास होता है। यदि बच्चें सही गलत में अंतर  करना सिख जाते हैं, तो गलत का साथ नहीं देगा बल्कि सही के साथ चलेगा।

बड़ों से बात करने का तरीका

सबसे पहले बच्चे को बड़ों का आदर करना सिखाएं। उनको ये सिखाएं कि बड़ों से कैसे शिष्टाचार में रहकर बात करें और उनका कैसे सम्मान करें।

धैर्य रखना सिखाएं

आजकल के बच्चों में धैर्य की कमी देखी जाती है, उनको हर चीज जल्दी और अपने हाथ में चाहिए। लेकिन अपने बच्चे की इंतजार करना  सिखाएं। उनको बताएं की धैर्य और इंतजार से ही काम बनाते हैं।

शेयरिंग करना

बच्चे में शुरू से ही दूसरों के साथ चीजें शेयर करने की आदत डालें। इससे रिश्तों में मजबूती आती है। बच्चा दूसरों की भावनाओं और जरूरतों   का भी ख्याल रखना सीखता है। बच्चे को यह एहसास दिलाए कि कोई भी वस्तु या सुविधा सिर्फ उसके लिए नहीं है।

दूसरों की मदद करना

अगर कोई मुसीबत में हो या किसी को आपकी जरूरत हो तो ऐसी स्थिति में बच्चे को दूसरों की मदद करना जरूर सिखाएं। न सिर्फ परिचितों   की मदद बल्कि अनजान लोगों की मदद के लिए भी प्रेरित करें।

समय की कद्र करना

अपने बच्चे को समय की कद्र करना जरूर सिखाएं। जीवन में आगे बढ़ने के लिए कद्र करना जरूरी है। अपने काम के प्रति निष्ठावान बनाएं  बच्चे के अंदर यह आदत डालें कि वह अपने काम के प्रति हमेशा वफादार बना रहे। बच्चे को हर काम परफेक्ट करना सिखाएं। बच्चे को  लापरवाही से काम करने की आदत से बचाएं।

थैंक्यू और सॉरी कहना

बच्चे को थैंक्यू और सॉरी बोलना जरूर सिखाएं। इससे बच्चे में दूसरों के प्रति सम्मान की भावना विकसित होती है।

बड़ों की बात मानना

बच्चों को हमेशा ये सिखाएं की वो बड़ों की बात मानें। उनके दिमाग में इस बात को बैठाएं की जो आपसे बड़े हैं वो हमेशा आपके भले के लिए   आपसे कुछ बोल रहे हैं।

प्रार्थना रखना सिखाएं

हर दिन प्रार्थना करने की आदत  डालने से बच्चों का दिमाग शांत रहता है। इसके अलाव प्रार्थना करने से बच्चों में सीखने की शक्ति, पॉजिटीव  थिकिंग और एकाग्रता में सुधार होता है। इसके अलावा इससे बच्चे दिल और डिप्रेशन जैसी बीमारियों से भी दूर रहते हैं।

ईमानदारी का सबक  जरूर सिखाएं

अपने बच्चों को  ईमानदारी का सबक जरूर सिखाएं। उनके अंदर ईमानदारी की आदत डालें। क्योंकि अगर आपका बच्चा ईमानदार होगा तो वो  कभी झूठ नहीं बोलेगा और न ही कभी कोई गलत काम करेगा।

Share This Article