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बस्ते जमा किए, राजस्व का काम ठप्प

पे-ग्रेड, भत्तों और अन्य मांग को लेकर पटवारी हड़ताल पर

पे-ग्रेड, भत्तों और अन्य मांग को लेकर प्रदेश भर के पटवारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए हैं। सोमवार को बस्ते जमा कर हड़ताल की शुरुआत की। पटवारियों की हड़ताल से राजस्व विभाग के सभी कामकाज ठप्प हो गए है। मप्र पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष भगवान सिंह यादव ने बताया कि पटवारियों की मांगों को लेकर संघ द्वारा प्रदेश भर में चरणबद्ध आंदोलन किया जा रहा था। हाल में तीन दिवसीय सामूहिक अवकाश पर रहने के साथ ही चले गए हैं 26 अगस्त को भोपाल में तिरंगा यात्रा निकालने के बाद भी सरकार द्वारा मांगें नहीं माने जाने पर सोमवार से पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पल चले गए। इसके लिए प्रदेश भर के पटवारियों ने तहसील कार्यालयों में राजस्व बस्ते भी जमा कर दिए। इसके बाद पटवारी संघ ने आंदोलन को और तेज करने की चेतावनी दी हैं।

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2007 में मिला था आश्वासन

 

उज्जैन जिला पटवारी संघ के अध्यक्ष यादव ने बताया कि वर्षों से पटवारियों के वेतनमान में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई। जबकि पटवारियों से राजस्व विभाग और भू अभिलेख विभाग द्वारा तमाम प्रकार का कार्य कराया जा रहा है। राजस्व निरीक्षक, नायब तहसीलदार, सहायक अधीक्षक भू अभिलेख, तहसीलदार और अधीक्षक भू अभिलेख के वेतनमान में अब तक कई बार बढ़ोत्तरी हो चुकी है। वर्ष 2007 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा पटवारियों को 2800 का पे-ग्रेड दिए जाने की घोषणा की गई थी। डेढ़ दशक से ज्यादा का वक्त बीत चुका है, लेकिन सीएम की ओर से ये अब तक अपने ही आश्वासन को पूरा नहीं किया जा सका है।

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दो माह पहले भी किया था प्रदर्शन

वर्तमान में सामूहिक अवकाश पर जाने से दो महीने पहले भी पटवारियों ने प्रदर्शन कर अपनी मांगों को शासन तक पहुंचाया था। कोई कार्रवाई नहीं हो पाने की वजह से पटवारी संघ ने पहले तीन दिनों के अवकाश लिया, 26 अगस्त को भोपाल में तिरंगा यात्रा निकाली। इसके बाद भी बात नहीं बनी तो 28 अगस्त से सभी पटवारी हड़ताल पर चले गए।

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