मौसम ने बिगाड़ा सब्जी का स्वाद…

फल मार्केट का व्यापार भी फीका, नमी के कारण उत्पादन प्रभावित
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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन कड़ाके की ठंड के साथ बारिश और कोहरे की वजह से हरी सब्जियों को नुकसान पहुंच रहा है। नमी के चलते जमीन में होने वाली पैदावार जैसे मैथी, पालक, भिंडी, बालोर, गोभी, टमाटर, लौकी आदि सब्जियां खराब हो रही है। इनकी उपज कम हो गई है।
सब्जी की पैदावार करने वाले वरिष्ठ किसान केशुराम चौहान के अनुसार खेतों में जिन किसानों ने सब्जियां उगा रखी है, वहां नुकसान का सौदा साबित हो रही है। लगातार मिट्टी में नमी होने के कारण सब्जियों के पौधों में फूल तक नहीं आ पा रहे हैं। इसका सीधा असर सब्जी मंडी पर पड़ रहा है।
दो गुने हुए सब्जियों के भाव
सब्जी विक्रेता रामसिंह आंजना का कहना है कि सब्जियों के भाव में तेजी से उछाल आ रहा है। भिंडी अब 50 किग्रा, ग्वार फली 80 किग्रा, भिंडी 60 किग्रा, लौकी 20 किग्रा, गाजर 50 रुपए किग्रा सहित अन्य सब्जियां महंगी हो गई है। दूसरी ओर फल फ्रूट का व्यवसाय करने वाले व्यापारियों का कहना है कि ठंडे मौसम के कारण खरीदार कम ही आ रहे हैं
मौसमी फल फ्रूट का क्रेज भी बहुत कम हो गया है।
फल विक्रेता साहिल बागोरिया का कहना है कि बिजनेस में 70त्न की कटौती हो गई है जबकि हमने विदेशी फ्रूट का भी अच्छा खासा कलेक्शन कर रखा था। कश्मीर से आने वाले सेवफल की भी तमाम वैरायटी ग्राहकों के लिए उपलब्ध करा रखी थी लेकिन 1 जनवरी से लगातार मौसम में आ रही ठंडक के कारण फल व्यवसाय ठप पड़ा हुआ है। मौसम यदि लगातार ठंडा रहा तो फलों के खराब होने का डर है।










