श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर बच्चे को देना है कान्हा लुक, तो करें ऐसे श्रृंगार

By AV News

श्री कृष्ण जन्माष्टमी हर साल श्रावण मास की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है. इस साल 26 अगस्त सोमवार के दिन जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा. भक्तों को इस शुभ अवसर का इंतजार बहुत समय से रहता है. जन्माष्टमी के दिन श्रद्धालु लड्डू गोपाल की पूजा अर्चना करते हैं. इस खास अवसर पर मंदिरों में विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है. भव्य रासलीला, भागवत कथा और अन्य धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. छोटे-छोटे बच्चे कृष्ण के रूप में सजकर रासलीला का मंचन करते हैं और दर्शकों को भगवान कृष्ण की जीवन कथा से परिचित कराते हैं.

स्कूल में भी बच्चे राधा कृष्ण की तरह बनकर जाते हैं. अगर आप भी अपने बच्चे को जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर श्री कृष्ण का रूप देने के लिए श्रृंगार करना चाहते हैं तो आप इन टिप्स को फॉलो कर सकते हैं.

धोती और कुर्ता
बच्चों को पारंपरिक धोती और कुर्ता पहनाएं. ये आमतौर पर हल्के कपड़े में होता हैं और छोटे बच्चों के लिए आरामदायक होते हैं. मान्यताओं के अनुसार भगवान कृष्ण अपने बाल रूप में पीले रंग के वस्त्र पहना करते थे. इसलिए जन्माष्टमी के खास अवसर पर अपने बच्चे को पीले रंग की पोशाक पहनाएं.

मुकुट और मोर पंख
बच्चे का भगवान कृष्ण की तरह श्रृंगार करने के लिए मुकुट और मोर पंख जरूर पहनाएं. ऐसे में बच्चे के साइज के मुताबिक मोर पंख और मुकुट पहनाएं. आपको ये किराए पर भी मिल जाएंगे. साथ ही मोरपंख और मुकुट को बालों में क्लिप की मदद से लगाएं. इससे ये बार-बार नहीं निकलेगा.

बांसुरी
श्री कृष्ण को मुरलीधर के नाम से भी पुकारा जाता है. क्योंकि उनके हाथ में हमेशा बांसुरी रहती थी. इसलिए अपने बच्चे को कान्हा बनाते समय बांसुरी जरूर लें और इसे आप धोती में लगा सकते हैं. जिसे आप पिले कलर के ही कपड़े से ही धोती से बांध सकते हैं. बाजार में इस समय बहुत सुंदर बांसुरी मिल जाएंगी.

तिलक
बच्चे को भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप का श्रृंगार करते समय ध्यान रखें कि माथे पर लाला और चंदन का तिलक जरूर लगाएं.

गहनें
गहनों के बिना कान्हा का श्रृंगार अधूरा है इसलिए अपने बच्चे के गहने पहनाए. आप उन्हें कुंडल, पायल, कंगन, गले में हार और बाजूबंद जैसे कुछ गहने जरूर पहनें. ज्यादातर पर्ल स्टाइल की लंबी माला पहनाना सही रहेगा. जिसमें बच्चे कंफर्टेबल भी महसूस करेगा.

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