इटली में 100 दिन बाद शुक्रवार को इटेलियन कप से फुटबॉल की वापसी हुई। युवेंटस और एसी मिलान के बीच तुरिन में सेकेंड लेग का सेमीफाइनल खेला गया। मैच के 16वें मिनट में ही मेजबान टीम को पेनल्टी मिली लेकिन क्रिस्टियानो रोनाल्डो गोल करने से चूक गए। युवेंटस की ओर से खलते हुए पिछले दो सीजन में रोनाल्डो ने दूसरी बार पेनल्टी मिस की।
दोनों टीमें फुलटाइम तक गोल नहीं कर सकीं और मैच 0-0 से बराबरी पर छूटा। फिर भी अवे गोल रूल (घर से बाहर विपक्षी के खिलाफ ज्यादा गोल करने) के हिसाब से युवेंटस फाइनल में पहुंचीं। पहले यह सेमीफाइनल 4 मार्च को खेला जाना था लेकिन कोरोना की वजह से इसे रद्द करना पड़ा था।
इटेलियन कप का फाइनल बुधवार को
दोनों टीमों के बीच फर्स्ट लेग का सेमीफाइनल 13 फरवरी को खेला गया था। तब भी मैच 1-1 से बराबरी पर छूटा था। इटेलियन कप का फाइनल बुधवार को रोम में खेला जाएगा। इसमें युवेंटस का सामना नेपोली और इटर मिलान के बीच होने वाले मुकाबले के विजेता से होगा।
एसी मिलान 10 खिलाड़ियों के साथ मैच खेली
कोरोना की वजह से फुटबॉल पर जो ब्रेक लगा था, उसका इसर युवेंटस और एसी मिलान के बीच हुए मुकाबले में भी दिखा। मैच के 16 मिनट में मिलान के फॉरवर्ड एंटे रेबिच को फाउल की वजह से मैदान से बाहर भेज दिया गया। इस वजह से मेहमान टीम 70 मिनट तक 10 खिलाड़ियों से ही खेली। इसके बाद भी युवेंटस गोल नहीं कर पाई।
युवेंटस के कोच बोले- टीम का प्रदर्शन अच्छा
मिलान के खिलाफ ड्रॉ खेलने के बाद भी युवेंटस के कोच मॉरिजियो सारी टीम के प्रदर्शन से खुश हैं। उन्होंने कहा कि मैच के पहले तीस मिनट में टीम ने इस सीजन का सबसे अच्छा खेल दिखाया। दोबारा शुरुआत करना आसान नहीं होता है। वो भी तब जब स्टेडियम में फैन्स मौजूद न हो। तीन महीने बाद जब खिलाड़ी मैदान पर लौटते हैं तो उनका फिटनेस लेवल कम हो जाता है।