देवास :18 शवों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया,

देवास :मंगलवार को गुजरात के बनासकांठा जिले के डीसा में एक पटाखा फैक्ट्री में बॉयलर फटने से बड़ा हादसा हुआ था. इस हादसे की चपेट में आने से मध्य प्रदेश के 21 मजदूरों की जान चली गई थी और कई मजदूर गंभीर रूप से घायल बताए गए थे. ये सभी मजदूर मध्य प्रदेश के हरदा और देवास जिले के रहने वाले थे. आज गुजरात पटाखा हादसे में जान गवाने वाले सभी मजदूरों का अंतिम संस्कार किया गया. अकेले देवास में 18 मजदूरों का अंतिम संस्कार किया गया, जिनमें 11 एक ही परिवार के थे. ऐसे में जब यहां एक साथ 18 अर्थियां उठी तो सबकी आंखें नम हो गई.

गुजरात में हुए इस दर्दनाक हादसे में जान गवाने वाले मजूदरों का आज अंतिम संस्कार किया गया. प्रशासन ने नेमावर में स्थित नर्मदा नदी तट पर अंतिम संस्कार की तैयारी कर ली गई थी. बताया जा रहा कि ऐसा पहली बार होने वाला है जब नेमावर नदी के तट पर एक साथ कई चितायें जली हैं. हादसे में जान गवाने वाले मजदूर मूल रूप से मध्यप्रदेश के हरदा जिले के हलिया गांव के रहने वाले थे. मृतकों में 11 लोग तो एक ही परिवार के थे, जबकि ये सभी मजदूर देवास और हरदा जिले के थे, ऐसे में दोनों जिला प्रशासन की तरफ से इनके अंतिम संस्कार की तैयारियां की गई थी.

बताया जा रहा है कि अभी भी कुछ मजदूर लापता हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.दरअसल, ये दर्दनाक हादसा गुजरात के बनासकांठा जिसे के डीसा तहसील के धुनवा रोड पर स्थित एक पटाखा फैक्ट्री में हुआ था. फैक्ट्री में बॉयलर फटने की वजह से ये हादसा इतना शक्तिशाली था इसके चपेट में आने से मजदूरों के शरीर के अंग 50 मीटर दूर तक बिखर गए थे, यहां तक कि फैक्ट्री के पीछे खेत में भी इन मजदूरों के अंग मिले है.

हादसे का शिकार बने सभी मजदूर मध्य प्रेदश के रहने वाले थे. बताया जा रहा कि वे दो हिन पहले ही काम के तलाश में गुजरात गए थे, लेकिन उन्हे इस बात का अंदाजा नहीं था कि जहां वे काम की तलाश में गए हैं वहीं वे जान गवा बैठेंगे. वहीं इस हादसे पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घटना पर दुख व्यक्त कर मृतकों के परिवारों को चार लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है.

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