महाकाल मंदिर की सफाई पर खर्च होंगे 40 करोड़ रुपए!

मंदिर प्रशासन द्वारा नया ठेका देने की तैयारी

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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। आय के मामले में अरबपति महाकाल मंदिर प्रशासन अब परिसर की साफ सफाई पर 40 करोड़ रुपए खर्च करेगा। पहली बार मंदिर प्रशासन ने यह कदम उठाया है। हालांकि मंदिर का नया बजट बनना बाकी है और पिछले साल के बजट का अनुमोदन होना बाकी है। फिलहाल, साफ सफाई के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है। टेंडर खुलने के बाद तस्वीर साफ होगी।

महाकाल मंदिर में रोज हजारों श्रद्धालु देशभर से दर्शन करने आते हैं। दान आदि से मंदिर प्रबंध समिति की आय बढक़र करीब 200 करोड़ यानी दो अरब तक पहुंच गई है। इसके चलते दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए खर्च करने में भी मंदिर प्रबंध समिति पीछे नहीं है।

साफ सफाई के लिए पहली बार फैसिलिटी मैनेजमेंट का 40 करोड़ रुपए का टेंडर लगाया गया है। 29 मई तक टेंडर भरे जा सकेंगे। जून माह तक एजेंसी तय होने की उम्मीद है। मंदिर परिसर जिस तेजी से विस्तार ले रहा, उसी तेजी से खर्च भी बढ़ रहा। आठ साल के अंतराल में साफ सफाई का खर्च बढ़ गया है। इसके पीछे महाकाल लोक बनना भी बताया जा रहा।

कलेक्टर की नाराजी के बाद टेंडर…!
मंदिर की साफ सफाई का काम अभी कृष्णा सिक्युरिटी एजेंसी (केएसए) संभाल रही है। हालांकि दो साल पहले ही उसका टेंडर समाप्त हो गया है, लेकिन उसे ही यह काम सौंपा जा रहा है। हाल ही कलेक्टर रोशन कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में साफ सफाई सहित विभिन्न टेंडर रखे गए थे। कलेक्टर ने नाराजी भरे शब्दों में कहा था जब मैं निगम कमिश्नर था, तभी से ये चले आ रहे हैं तो आप लोगों ने अब तक कोई निर्णय क्यों नहीं लिया।

8 साल में 36 करोड़ बढ़ गया खर्च
महाकाल मंदिर में आठ साल पहले 2017 में साफ सफाई पर सालाना साढ़े तीन करोड़ रुपए खर्च किए जाते थे। अब यह 36 करोड़ रुपए से ज्यादा बढ़ गया। अब 40 करोड़ रुपए साफ सफाई पर खर्च किए जाएंगे।

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