अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:जीवनखेड़ी में रहने वाला बालक रामघाट पर फूल प्रसाद बेचने का काम करता है। सुबह वह घाट पर बैठा था तभी रामघाट चौकी पर तैनात प्रधान आरक्षक उसके पास पहुंचा और चोरी की शंका में उसे उठाकर पटकने के बाद मारपीट की। बालक अपने दिव्यांग पिता व मां के साथ महाकाल थाने में शिकायत लेकर पहुंचा।
राज पिता देवकरण 9 वर्ष निवासी जीवनखेड़ी ने बताया कि वह रामघाट पर फूल प्रसाद बेचने का काम करता है। सुबह घाट पर बैठा था तभी प्रधान आरक्षक मोहन सिंह आया और उसने उठाकर पटकने के बाद मारपीट की जिससे हाथ पैर व सिर में चोंटे आईं। राज ने मारपीट की जानकारी अपने पिता देवकरण और मां को दी।
माता पिता उसे घायल हालत में लेकर महाकाल थाने पहुंचे जहां पुलिस ने उन्हें बैठाया और साहब के आने का इंतजार करने को कहा। देवकरण ने बताया कि हम लोग भी घाट पर टेबल लगाकर सामान बेचने का काम करते हैं, चोरी नहीं करते लेकिन मोहन सिंह द्वारा चोरी का झूठा आरोप लगाकर राज को पीटा और चौकी पर ले गया। उसकी गंभीर चोंटे देखने के बाद छोड़ दिया था।
पुलिसकर्मी बोला- नहीं पीटा बच्चे को
प्रधान आरक्षक मोहन सिंह ने कहा कि राज घाट पर स्नान कर रहे यात्रियों के सामान के पास बैठा था। शंका होने पर उसे पकड़कर चौकी पर ले गया था लेकिन मारपीट नहीं की है। उसके शरीर पर जो चोंटे आईं वह सायकल से फिसलने के कारण आई हैं न की मारपीट के कारण। बालक व उसके परिजनों द्वारा झूठे आरोप लगाये जा रहे हैं।