आज के दौर में अधिकतर रिश्ते ‘लाइक और कमेंट’ में उलझकर रह गए हैं। वक़्त की कमी के चलते लोग आजकल सोशल मीडिया के माध्यम से ही एक-दूसरे के टच में रहते हैं। पर कई बार रिश्तों को इस वर्चुअल दुनिया से बाहर निकलकर समय भी देना चाहिए, क्योंकि किसी शायर ने यह खूब कहा है, ‘बहुत खामोश रिश्ते भी ज्यादा दिनों तक जिन्दा नहीं रहते’
किसी भी रिश्ते को शब्दों में परिभाषित करना मुश्किल है, लेकिन देखा जाए तो यह एक ऐसा सुखद एहसास है, जिसे हर व्यक्ति पाना चाहता है। जीवन में अच्छे रिश्ते हमारी खुशियों को लम्बा और गमों को छोटा कर देते हैं। रिश्ता चाहे कोई भी हो, पति-पत्नी, माता-पिता, भाई-बहन, दोस्त या अन्य कोई भी रिश्ता, हर रिश्ता अपने आप में अनूठा होता है। यह रिश्ते हमें एक-दूसरे से जोड़ते हैं और हमें सुरक्षित महसूस कराते हैं। यदि रिश्तों में आपसी समझ और संतुलन हो तो रिश्ते अच्छे, मजबूत और खुशियों से भर जाते हैं।
एक दूसरे की भावनाओं को समझें
भागदौड़ भरी जिंदगी में कई बार ह ऑफिस या किसी काम में इतना व्यस्त हो जाते हैं कि अपने पार्टनर को ही समय नहीं दे पाते हैं। ऐसे में आप कितना भी क्यों ना व्यस्त हों समय चुराकर अपने साथी के साथ कुछ समय व्यतीत करें। रिश्तों को मजबूत बनाए रखने के लिए पार्टनर के साथ शारीरिक औऱ भावनात्मक संबंध का अहम रोल होता है। इसके लिए आप अपने पार्टनर के साथ इन संबंधों पर खुलकर बात करें और एक दूसरे की सारी बातों को समझना भी सीखें।
पार्टनर की बात को सुनना सीखें
बातचीत किसी भी रिश्ते का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसलिए रिश्तों को मजबूत बनाए रखने के लिए अपने पार्टनर की बात सुनना सीखें। उसकी बातों को सुन उस पर सही सलाह दें। कई बार क्या होता है कि आपका पार्टनर चाहता है कि आप उसकी बातों को सुनें। इसलिए आपको अपने पार्टनर की बातों को सुनना चाहिए। फिर चाहे वो बात फिजूल की ही क्यों ना हो। अपने पार्टनर को यह बिल्कुल भी महसूस ना होने दें कि आप उससे नजरअंदाज कर रहे हैं।
विश्वास करें
विश्वास रिश्तों की नींव होता है। रिश्ते को मजबूत बनाए रखने के लिए विश्वाश अहम होता है। यदि आपके रिश्ते में विश्वास है तो वह हमेशा अटूट बना रहेगा, लेकिन यदि अगर रिश्ते में बार बार संदेह या शक की स्थिति पैदा होती है तो रिश्तों को टूटने में ज्यादा समय नहीं लगता। ऐसे में रिश्तों में हमेशा विश्वास बनाए रखें।
रिश्तों को ऐसे बनाएं मजबूत
रिश्तों को मजबूत बनाए रखने के लिए हमेशा अपने पार्टनर को यह अहसास कराएं कि वह आपके लिए खास है। उनके लिए हमेशा कुछ खास करें। नियमित रूप से ऐसा करना, आपके साथी को काफी खुश कर सकता है और उन्हें प्यार का अहसास कराएगा। घर के छोटे मोटे कामों में अपने पार्टनर की सहायता करें और किसी खास दिन उन्हें बाहर डिनर के लिए लेकर जाएं। इससे आपके पार्टनर का आपके प्रति प्यार बढ़ेगा और रिश्ता मजबूत होगा।
रिश्तों को मजबूत बनाने के असरदार तरीके
रिश्तों के बिना जीवन अधूरा है। रिश्ता चाहे कोई भी हो, अगर उस रिश्ते की नींव मजबूत है तो उस रिश्ते पर कभी आंच नहीं आएगी। अगर आप अपने रिश्तों को मजबूत और खुशहाल बनाना चाहते हैं तो कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना जरूरी है। इन बातों को अपनाकर आप एक खुशहाल जिंदगी जी सकते हैं और आपके हर रिश्ते में मधुरता ला सकते हैं।
गहरी समझ रखे
हर रिश्ते में समझदारी का होना बहुत जरूरी है। ज्यादातर रिश्तों में कड़वाहट का मुख्य कारण सामने वाले की बात को समझ न पाना या समझने की कोशिश ही नहीं करना है। मान लीजिये यदि आपका किसी के साथ बहुत ही गहरा रिश्ता है और वो व्यक्ति आपके जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है तो आपको उसके प्रति बेहतर समझदारी रखनी चाहिए। कोई भी व्यक्ति अपने आप में पूर्ण नहीं होता, उसमे कुछ सकारात्मक तो कुछ नकारात्मक बाते होती है। अगर आप अपनी समझ में इन दोनों बातों को शामिल कर लेंगे तो उस व्यक्ति से आपका रिश्ता बेहतर और मजबूत होगा।
रिश्ता दिल से रखे, दिमाग से नहीं
रिश्ता चाहे परिवार का हो, प्रेम का हो, दोस्ती का हो, हमेशा दिल से निभाया जाना चाहिए। जीवन के महत्वपूर्ण रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए यह जरूरी है की वह रिश्ता दिमाग से न रख कर दिल से ही रखें क्योंकि अक्सर दिल से बनाए हुए रिश्ते बिना किसी स्वार्थ के होते हैं। जो रिश्ते बिना किसी स्वार्थ के होते हैं, वही रिश्ते खुशहाल और अच्छे होते है। दिमाग लगाकर बनाए गए रिश्ते लम्बे समय तक साथ नहीं चलते या यूं कहें की दिमाग के रिश्ते केवल स्वार्थ/मतलब के रिश्ते होते हैं। जहाँ आपका मतलब निकल गया, रिश्ता वहीं खतम। ऐसे रिश्तों को जबरदस्ती निभाना पड़ता है।
पैसों को बीच में न लाएं
अगर रिश्तों को पैसों के तर्ज पर तोला जाता है तो ऐसे रिश्तों में मिठास नहीं होती और ऐसे रिश्ते ज्यादा समय तक टिक भी नहीं सकते। जिन रिश्तो में पैसा बीच में आता है, वो रिश्ते दिलों के रिश्ते नहीं होते। ऐसे रिश्तों में एक-दूसरे के सुख-दु:ख बांटने की बजाय सारा ध्यान केवल पैसों पर ही होता है।
नुकसान के बारे में न सोचें
नफा या नुकसान व्यापार में होता है रिश्तों में नहीं और रिश्ते व्यापार नहीं होते। जिन रिश्तों से फायदा होता है, उन्हें बनाए रखना और जिनसे नुकसान होता है उन्हें खत्म कर देना, बिलकुल गलत है। रिश्ते भावनाओं से जुड़ते हैं, सुख-दु:ख के साथी होते हैं। याद रखिये, सुख-दु:ख में रिश्ते ही काम आते हैं, पैसे या कोई सामान नहीं। अगर आप रिश्तों की तुलना पैसों से करते हैं तो आपके रिश्तो के बीच दूरिया आ सकती है।
विश्वास बनाए रखें
हर मजबूत रिश्ते की नींव है-विश्वास। कोई भी रिश्ता हो, अगर एक-दूसरे पर विश्वास है तो रिश्ता अटूट बना रहेगा। लेकिन यदि किसी भी रिश्ते में संदेह और अविश्वास है तो मजबूत से मजबूत रिश्ते को भी बिखरने में देर नहीं लगेगी। इसीलिए मजबूत रिश्ते के लिए आपको एक-दूसरे पर विश्वास बनाना होगा और उनका विश्वास जीतना भी होगा।
अपनी गलतियों को स्वीकार करें
गलती हर किसी से होती है। अगर आपको रिश्तों की कद्र है तो अपनी गलतियों का स्वीकार कर दिल से माफी मांगिये और दोबारा न दोहराने का वादा कीजिये। ऐसा करने से निश्चित ही आपका रिश्ता और भी मजबूत हो जायेगा। अपनी गलती स्वीकार कर आप छोटे नहीं हो जाओगे बल्कि सामने वाले का आपके प्रति विश्वास और बढ़ जायेगा।
दूसरों की बातें भी ध्यान से सुनें
किसी भी रिश्ते का आधार होता है, आपस में बातचीत। जिस तरह आप अपनी बात दूसरे को बताना चाहते हैं ठीक उसी प्रकार सामने वाला भी अपनी बात आपको बताने के लिए उत्सुक रहता है। अगर आप किसी की बात को ध्यान से नहीं सुनते या फिर उनकी बातों में दिलचस्पी नहीं दिखाते तो आपके रिश्तों में दूरिया आना शुरू हो जाती है। दूसरों की बाते ध्यान से सुनना और उन्हें महत्व देने से आपका रिश्ता मजबूत होगा और आप अपने प्रति उनकी भावनाओं को भी जान पाएंगे।