पैकेट में सब्जी-पुड़ी मिक्स होने पर भड़के सदस्य…
उज्जैन।यह भोजन का पैकेट कैसा है, जिसमें सब्जी-पुडी आपस में मिक्स हो रही है। पीने के पानी की टोटी इतनी उपर लगी है,दिव्यांग कैसे पानी भरते है। इसे नीचे किया जाए। स्टेशन के बाहर यात्रियों के धूप और बरसात से बचाव के लिए शेड होना चाहिए। भगवान महाकाल की नगरी होने के कारण उज्जैन की खास महिमा है। यहा आने वाले श्रद्धालुओं,यात्रियों को रेलवे की हर सुविधा मिलना चाहिए।
यह बातें गुरुवार को रेल यात्री सुविधा समिति के सदस्यों ने उज्जैन रेलवे स्टेशन के निरीक्षण को दौरान कहीं। समिति के पांच सदस्यीय टीम ने रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म से लेकर परिसर तक का निरीक्षण किया जिसमें यात्री भोजन पैकेट की पुरियां गली मिलीं तो प्लेटफार्म पर लगे नलों से धीमी गति से पानी आने पर नाराजगी भी जाहिर करते हुए व्यवस्था में सुधार के निर्देश भी दिये। समिति के सदस्यों ने यात्रियों से फीडबेक लिया।
समिति के समक्ष यह रखी मांगे…
उज्जैन-फतेहाबाद-इंदौर मेमू के फेरे बढ़ाए जाए।
रेलवे के यात्री निवास में यात्रियों के ठहरने के प्रबंध किए जाए।
उज्जैन से आने वाली हर यात्री गाडिय़ों में सामान्य कोच की संख्या बढ़ाई जाए।
ऑटो वालों की मनमानी, अभद्रता पर सख्ती से रोक लगाई जाए। प्री पेड बूथ शुरु किया जाए।
सीनियर सिटीजन कंसेशन फिर से शुरू किया जावे।
प्लेटफार्म की लिफ्ट बंद हो जाती हैं जिन्हें चालू रखा जावे।
भोपाल-राजकोट को प्लेटफार्म 1 पर खड़ा किया जावे।
केंटीन पर यात्री भोजन सुविधा नियमित शुरू कराई जावे।
रेल सुविधा समिति ने किया उज्जैन स्टेशन का निरीक्षण
ट्रेनों और स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिये रेल प्रशासन द्वारा अनेक कदम उठाकर नियम भी बनाये गये हैं जिनका पालन हो रहा है या नहीं इसकी जांच के लिये पीएसी टीम बीती रात उज्जैन पहुंची। सुबह रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म 1 से टीम ने निरीक्षण शुरू किया।
रेलवे द्वारा यात्रियों को रियायती कीमत पर यात्री भोजन उपलब्ध कराया जाता है। टीम के सदस्यों ने केंटीन पर इसकी जांच की तो यात्री भोजन के पैकेट में पुडिय़ों के साथ सब्जी-अचार रखा होने से गल चुकी थीं और खाने लायक नहीं थीं। पूछताछ में पता चला कि केंटीन पर प्रतिदिन यह पैकेट मिलते ही नहीं हैं। पीएसी टीम के आने की सूचना पर केंटीन संचालक ने उन्हें दिखाने के लिये कुछ पैकेट तैयार कर काउंटर पर रखे हैं।
यात्रियों को पीने के पानी के लिये प्लेटफार्म के बीचोंबीच निश्चित दूरी पर नल लगे हैं जिनमें धीमी गति से पानी आता है। एक या दो मिनिट के लिये रुकने वाली ट्रेनों के यात्री इन नलों से पानी की बॉटल नहीं भर पाते। खास बात यह कि दिव्यांगजनों के लिये पानी की बॉटल भरने के कोई इंतजाम भी नहीं हैं। इस अव्यवस्था पर पीएसी की टीम ने रेलवे अफसरों को नलों की टोटियां व पाइप लाइन बदलने की बात कही।
महाकाल लोक उद्घाटन से अब तक 20 लाख लोग ट्रेन से आये उज्जैन
रेलवे अफसरों ने पीएसी टीम सदस्यों को बताया कि महाकाल लोक उद्घाटन के बाद ट्रेनों से उज्जैन पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ है और महाकाल लोक के उद्घाटन से अब तक 20 लाख लोग उज्जैन आ चुके हैं जबकि सामान्य दिनों में प्रतिदिन 54 हजार लोग ट्रेनों से प्रतिदिन आवागमन करते हैं।
रेलवे उपभोक्ता समिति ने दिया ज्ञापन
रेलवे उपभोक्ता समिति के सदस्यों ने पीएसी टीम के चेयरमेन पी.के. किशनदास, डॉ. राजेन्द्र अशोक फड़के, डॉ. अभिलाष पांडेय, छोटूभाई एकनाथ पाटिल, कैलाश लक्ष्मण वर्मा, अशोक कुमार शुक्ला, अभिजीत दास को ज्ञापन सौंपकर स्टेशन परिसर में व्याप्त समस्याओं से अवगत कराया।