सुरक्षित और स्वस्थ दीपावली के लिए टिप्स

By AV NEWS

दिवाली का त्योहार रोशनी, खुशियों और मस्ती से भरा एक त्योहार है. लोगों को इस त्योहार का बेसब्री से इंतजार होता है. हर तरफ लाइट्स, खूबसूरत सजावट, फुलझड़ियों, स्वादिष्ट पकवान से दीपावली की रात बेहद खूबसूरत और जगमग लगती है. हर किसी के चेहरे पर स्माइल होती है.

5 दिनों तक चलने वाले इस त्योहार में लोग एक-दूसरे के घर जाकर दिवाली की शुभकामनाएं देते हैं. तोहफे आदान-प्रदान करते हैं. हालांकि, कई बार छोटी सी लापरवाही से सबके चेहरे की हंसी गायब हो जाती है. जिन्हें सेहत संबंधित समस्याएं हैं जैसे अस्थमा, हार्ट की समस्या, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, उन्हें अपनी सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए. कुछ बातों को ध्यान में रखकर अपनी सेहत के साथ खुद को भी दिवाली पर सुरक्षित रख सकते हैं.

दिवाली पर फॉलो करें ये 10 सेफ्टी टिप्स 

1. दिवाली के दिन अपने परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों के साथ अधिक रहकर मस्ती करें, एंजॉय करें ना कि सिर्फ पटाखे जलाएं. अधिक पटाखे जलाने से हेल्थ को तो नुकसान होता ही है, वातावरण में भी हानिकारक जहरीले पदार्थ फैल जाते हैं, जिससे सांस लेना दूभर हो जाता है. बेहतर है कि परिवार, दोस्तों के साथ कोई मस्ती भरा गेम खेलें, डांस करें, खूब खाएं-पिएं.

2. दिवाली पर पटाखे जलाने से बचने के लिए अपने घर में बोनफायर की व्यवस्था करें. म्यूजिक चलाकर इसके आसपास डांस करें और सभी के साथ मस्ती करते हुए दिपावली सेलिब्रेट करें.

3. यदि आप थोड़े बहुत पटाखे जलाते भी हैं तो सिंथेटिक कपड़े भूलकर भी ना पहनें. इसकी बजाय कॉटन के कपड़े पहनना अधिक सेफ है. सूती फैब्रिक स्किन जलने पर त्वचा को अधिक नुकसान नहीं पहुंचाते, चिपकते नहीं. बहुत ढीले-ढाले कपड़े बच्चों को ना पहनाएं.

4. पटाखे जलाते समय आप अपने और बच्चों के कान में कॉटन प्लग डाल दें ताकि पटाखों की तेज आवाज से कान के परदों को कोई नुकसान ना हो. उन पटाखों के पास तुरंत चेक करने के लिए भूलकर भी ना जाएं जो जलाने के बाद भी फटे ना हों. कई बार पटाखों में चिंगारी होती है, जो अचानक फट जाते हैं. इससे दुर्घटना हो सकती है.

5. हाथों में पटाखे, बम, फुलझड़ियों को जलाकर स्टंट करने की कोशिश ना करें. इससे हाथ, चेहरा जलने की संभावना रहती है. कुछ बच्चे ऐसा करते हैं. बेहतर है कि बच्चे पटाखे जलाएं तो पैरेंट्स या कोई भी घर का बड़ा सदस्य उनके साथ हो.

6. पटाखे जला रहे हों तो घर या बालकनी में नहीं, बल्कि खुली जगह पर ही जलाएं. पार्क, छत, मैदान में आप पटाखे जलाएं तो इससे किसी को नुकसान भी नहीं होगा. किसी भी गाड़ी के आसपास भी पटाखे ना जलाएं वरना बड़ा हादसा हो सकता है.

7. जिन लोगों को अस्थमा, हार्ट से संबंधित रोग, रेस्पिरेटरी समस्याएं, सांस की तकलीफ, उच्च रक्तचाप आदि की समस्या हो तो वे दीपावली के दिन अधिक देर तक बाहर ना रहें. बेहतर है कि शाम के समय घर के अंदर ही रहें. घर में एयर प्यूरिफायर का इस्तेमाल करें ताकि हवा साफ हो.

8. अपने पेट्स को घर के अंदर रखें. उन्हें समय पर खाना खिलाते रहें. किसी भी जानवर, हॉस्पिटल के नजदीक, सड़क, बिजली के खंभों, गाड़ी के नीचे, एलेक्ट्रिक वायर के पास पटाखे जलाने की गलती ना करें. ये आपकी जिम्मेदारी बनती है कि आप सोच-समझकर त्योहार को सेलिब्रेट करें, ताकि आपकी गलतियों के कारण किसी और को कोई नुकसान ना पहुंचे.

9. पटाखों के कारण गलती से भी त्वचा कहीं जल जाए या धुएं, धूल, चिंगारी आंखों में चली जाए तो तुरंत पानी से चेहरा, आंख साफ करें. त्वचा पर कोई लोशन लगाएं. अधिक जलने पर पीड़ित व्यक्ति को कंबल ना लपेटें, बल्कि पानी से स्किन को साफ करें. इससे जलन कम महसूस होगी. फिर आप तुरंत डॉक्टर के पास उसे लेकर जाएं.

10. पटाखे एक सुरक्षित दूरी बनाकर ही जलाएं. कोशिश करें कि बहुत अधिक पटाखे ना जलाएं. ग्रीन दिवाली मनाएं, इससे वातावरण को अधिक नुकसान नहीं होता. हमेशा मास्क पहनकर पटाखे जलाएं क्योंकि हानिकारक धुआं आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है.

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