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10th-12th परीक्षा की तैयारी, संचालन के लिए कड़े नियम

एप से होगी पेपर की रियल टाइम मॉनिटरिंग

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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:अगले माह माशिमं की 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा की तैयारी चल रही है। परीक्षा के संचालन और प्रश्न-प्रत्र की गोपनियता बनाए रखने के लिए इस बार कई कड़े नियम लागू किए जा रहे हंै। इसके तहत थाने से लेकर परीक्षा कक्ष तक प्रश्न-पत्र की रियल टाइम मॉनिटरिंग एप से होगी। रूट और समय का रिकॉर्ड रखा जाएगा। प्रश्न-पत्र लिफाफे को परीक्षा कक्ष में ही खोला जाएगा।

मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल (एमपी बोर्ड) हाई स्कूल और हायर सेकंडरी परीक्षाओं में पेपर लीक रोकने और गोपनीयता कायम करने के लिए व्यवस्था में बदलाव किया है। इसके तहत अब 20 फीसदी केंद्राध्यक्ष रिजर्व रखे जाएंगे। अगर किसी परीक्षा केंद्र से केंद्राध्यक्ष किसी कारण से हटते हैं तो इस रिजर्व में से ही केंद्राध्यक्ष बनाए जाएंगे। अन्य किसी को केंद्राध्यक्ष नहीं बनाया जा सकेगा। यही व्यवस्था सहायक केंद्राध्यक्ष के लिए भी रहेगी। अगर केंद्राध्यक्ष बदले भी जाएंगे तो भी इसकी जानकारी कलेक्टर को देनी होगी और रिकॉर्ड रखना होगा।

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जहां नेटवर्क नहीं, वहां ऑफलाइन रिपोर्टिंग

परीक्षा में तैनात स्टाफ की मॉनिटरिंग मंडल द्वारा तैयार करवाए गए मोबाइल एप से की जाएगी। इसमें जियो टैगिंग और टाइम स्टेंपिंग रहेगी और संबंधित को अपना फोटो लोड करना होगा। जिस जगह ड्यूटी लगाई गई है वहीं से तय समय पर उपस्थिति लगानी होगी, इसके बाद मोबाइल जमा हो जाएंगे। परीक्षा केंद्र में किसी को मोबाइल रखने की अनुमति नहीं होगी। जिन परीक्षा केंद्रों पर इंटरनेट की सुविधा नहीं है वहां भी ऑफलाइन रिपोर्ट करना होगी। जब नेटवर्क मिलेगा तो यह अपडेट हो जाएगा। खास बात यह है कि संबंधित कर्मचारियों के अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति इसका एक्सेस नहीं कर सकेगा।

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कहीं भी भेजे जा सकेंगे केंद्राध्यक्ष

मंडल इस बार केंद्राध्यक्ष को जिले के किसी भी परीक्षा केंद्र में तैनात कर सकता है। पिछले साल तक ब्लाक स्तर पर यह व्यवस्था होती थी। लेकिन इस बार जिले में यह रेंडमाइजेशन की यह व्यवस्था लागू की गई है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि व्यवस्था और पुख्ता किया जा सके। 15 जनवरी तक केंद्राध्यक्षों की नियुक्ति कर दी जाएगी। अन्य स्टाफ के नाम, नंबर से मोबाइल एप रजिस्ट्रेशन होगा। जिनका डेटा रहेगा वही इसे एक्सेस कर सकेंगे। इसमें रियल टाइम रिपोर्ट रहेगी। थाने से पेपर लाने की जानकारी, रूट और समय की मॉनिटरिंग भी एप से करेंगे। केंद्र पर कलेक्टर प्रतिनिधि के पास मोबाइल फोन जमा हो जाएंगे। केंद्राध्यक्ष का काम थाने से पेपर लाना होगा। उसे एक बार पहले भी तय केंद्र से थाने से जाना होगा। ताकि यह पता चल सके कि केंद्र से थाने में जाने में कितना समय लग रहा है।

बॉक्स में आएंगे पेपर

पेपर इस बार थाने से बॉक्स में आएंगे। बॉक्स थाने से केंद्र पर लाया जाएगा और उसके बाद केंद्र में खोला जाएगा। इसके बाद पेपर के लिफाफे सीधे परीक्षा कक्ष में खुलेंगे। पहले लिफाफे से पेपर निकालकर सीधे संबंधितों को बांट देते थे। इस बार ऐसा नहीं होगा।

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