फायर ब्रिगेड अफसरों को नागरिकों की सुरक्षा से कोई सरोकार नहीं

आगजनी की घटनाओं पर पुलिस ने की एडवायजरी जारी
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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन गर्मी के दिनों में आगजनी की घटनाएं बढ़ जाती हैं। पिछले 15 दिनों में अकेले शहरी क्षेत्र में आधा दर्जन के करीब मकान व दुकानों में आग लगने की घटनाएं हुईं जिन पर फायर ब्रिगेड कर्मचारियों ने दमकलों की मदद से काबू पाया। वहीं दूसरी ओर पुलिस द्वारा बढ़ती आगजनी की घटनाओं को लेकर एडवाजयरी जारी की है।

पुलिस द्वारा जारी एडवाजयरी में आमजन से अपील की गई है कि आगजनी होने पर तुरंत 101 नंबर पर कॉल कर सूचना देवें, आग लगने पर सबसे पहले इमानत की अग्नि चेतावनी की घंटी फायर अलार्म को सक्रिय करें, आग बुझाने के लिये घर में बोरे में भरकर बालू या मिट्टी तथा पानी की व्यवस्था अवश्य करें, आग लगने पर लिफ्ट का उपयोग न करें, केवल सीढिय़ों का ही प्रयोग करें, धुएं से घिरे होने पर अपने नाक और मुंह को गीले कपड़े से ढंक लें, अपने घर और कार्यालय में स्मोक डिटेक्टर अवश्य लगाएं क्योंकि अपनी सुरक्षा के उपाय करना सदैव ही बेहतर और अच्छा होता है।
पुलिस द्वारा आमजन के लिये जारी की गई एडवायजरी लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर है वहीं दूसरी ओर फायर ब्रिगेड द्वारा आज तक इस प्रकार की कोई एडवायजरी जारी नहीं की गई है, जबकि आगजनी की घटना पर आमजन द्वारा सबसे पहले फायर ब्रिगेड को सूचना दी जाती है और उसी विभाग के कर्मचारी घटना होने पर आग पर काबू भी करते हैं।
जांच और अनुमति अधर में लटके
आगजनी की घटनाओं को रोकने और उन पर तुरंत काबू पाने के लिये शासन द्वारा बड़ी इमारतों, हास्पिटल, नर्सिंग होम, होटल, कोचिंग सेंटर सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर आग से बचाव के संसाधनों की जांच, फायर से$फटी रिपोर्ट जारी करने हेतु नगर निगम और फायर ब्रिगेड को निर्देशित किया गया था, लेकिन वर्तमान स्थिति यह है कि शहर की अधिकांश होटल अथवा अस्पतालों द्वारा इस आशय का सार्टिफिकेट प्राप्त नहीं किया है वहीं दूसरी ओर फायर ब्रिगेड के अफसर भी ऐसे भवनों और इमारतों की जांच में रूचि नहीं दिखाते हैं।








