लोकार्पण में पहुंचा जिंजर कांड का आरोपी, पुलिस ने बाहर किया

खेल अधिकारी ओपी हरोड़ को दो दिन पूर्व ही दी जा चुकी थी सूचना, फिर भी अंदर तक पहुंच गया मुकाती
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। शुक्रवार को हुए खेल संकुल के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होने जिंजर कांड का आरोपी जितेंद्र सिंह मुकाती भी पहुंच गया। इस बात की जानकारी जब अफसरों को लगी तो उसे पुलिस की मदद से संकुल से बाहर निकाला गया।
दरअसल विक्रमादित्य बैडमिंटन क्लब में कोच की भूमिका निभाने वाले मुकाती का नाम भी संकुल लोकार्पण कार्यक्रम के लिए खेल एवं युवक कल्याण विभाग ने शामिल कर लिया था। मुकाती कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राजमाता विजयाराजे सिंधिया स्टेडियम परिसर भी पहुंच गया था। दो दिन पहले ही खेल अधिकारी ओपी हरोड़ को मुकाती का ब्यौरा दिया गया था। बावजूद इसके उसकी कार्यक्रम में मौजूदगी देख लोग हैरान रह गए।
ताबड़तोड़ इसकी सूचना दूसरे अफसरों को दी गई। इसके बाद मुकाती को कार्यक्रम स्थल से बाहर जाने का कह दिया गया। वह डटा रहा और उसने विक्रमादित्य क्लब के अध्यक्ष दिनेश जाटवा से मदद मांगी तो वह उसे अफसरों के पास ले गए। हालांकि सीएम के प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए मुकाती को बाहर जाने का कह दिया गया। मुकाती बाहर आने के बाद हॉल के बाहर काफी देर तक खड़ा रहा। एक बार फिर पुलिसवालों की नजर उस पर पड़ी तो उसे स्टेडियम परिसर से बाहर निकाल दिया गया।
मुकाती ने मुझसे मदद मांगी थी
विक्रमादित्य क्लब के अध्यक्ष दिनेश जाटवा ने बताया कि मुकाती बेटे हर्ष के साथ कार्यक्रम में शरीक होने आया था। हर्ष बैडमिंटन खिलाड़ी है। कार्यक्रम से बाहर करने पर मुकाती ने उनसे मदद मांगी थी। अफसरों से बात की, लेकिन जब उन्होंने प्रोटोकॉल का हवाला दिया तो मुकाती को जाने का कह दिया था।
खेल अधिकारी ने पल्ला झाड़ा
आयोजन में लोगों को आमंत्रित करने के मुद्दे पर जिला खेल अधिकारी ओपी हरोड़ पल्ला झाड़ते नजर आए। कार्यक्रम में जिंजर कांड के आरोपी की मौजूदगी का सवाल पूछने पर हरोड़ ने कहा कि जिला प्रशासन ने कार्यक्रम तय किया था, वहीं से आमंत्रितों की सूची भी तैयार की गई। खेल विभाग की इसमें सीधी भूमिका नहीं थी।
आखिर किसने दिया आरोपी को प्रश्रय
जिंजर कांड के आरोपी जितेंद्र सिंह मुकाती की सीएम के कार्यक्रम में मौजूदगी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर किसने उसका नाम आमंत्रितों की सूची में शामिल करवाया। नाम जुड़वाने वाले को क्या मुकाती के आरोपी होने की जानकारी नहीं थी।
जिंजर ने ली थी तब 14 की जान
यहां हम आपको बता दें कि अक्टूबर 2020 में खाराकुआं थाना क्षेत्र के छत्रीचौक में कच्ची शराब जिंजर के पीने से 14 मजदूरों की मौत हो गई थी। इस शराब को तैयार करने के लिए स्प्रिट मुकाती की दुकान से खरीदा गया था। उसे भी पुलिस ने आरोपी बनाया था।
इस मामले में तत्कालीन एसपी मनोज सिंह और एएसपी रूपेश द्विवेदी को शासन ने हटा दिया था और तत्कालीन सीएसपी रजनीश कश्यप, थाना प्रभारी एमएल मीणा, आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त केसी अग्निहोत्री को सस्पेंड कर दिया गया था। दो एसआई, एक प्रधान आरक्षक, एक आरक्षक और आबकारी विभाग के दो कर्मियों के खिलाफ भी निलंबन की कार्रवाई की गई थी। इसमें मामले में करीब एक दर्जन लोगों को आरोपी बनाया गया था। उसमें मुकाती भी शामिल था। अभी प्रकरण विचाराधीन है।