महाकाल मंदिर के 6 कर्मचारी सस्पेंड, दो आज होंगे

मंदिर के प्रभारी प्रशासक जैन आज लेंगे बैठक

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। महाकाल मंदिर में भस्मारती और सामान्य दर्शन कराने के नाम पर अवैध रूप से पैसा लेने के मामले में महाकाल मंदिर प्रबंधन ने आधा दर्जन कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है। दो और कर्मचारियों को आज सस्पेंड किया जा सकता है। वायरल फीवर से ग्रस्त प्रभारी प्रशासक अनुकूल जैन आज शाम मंदिर की व्यवस्थाओं को लेकर महत्वपूर्ण बैठक लेंगे।

दर्शनार्थियों के साथ होने वाली धोखाधड़ी को रोकने के लिए महाकाल मंदिर प्रशासन अपनी पूरी ताकत लगा रहा है। शनिवार शाम तक दो और कर्मचारियों को सस्पेंड किया जाएगा, जिनमें उमेश पंड्या और आशीष शर्मा शामिल हैं। मंदिर प्रशासन ने अब तक छह कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है।

इससे गिरोह से जुड़े कर्मचारियों ने हलचल मची हुई है। गिरफ्तार किए गए कर्मचारियों से नए नाम सामने आने की चर्चाएं भी हैं। अब तक मंदिर प्रशासन द्वारा अभिषेक भार्गव, राजकुमार, राजेंद्रसिंह सिसौदिया, रितेश शर्मा, राकेश श्रीवास्तव और विनोद चौकसे पर कार्रवाई की जा चुकी है।

प्रोटोकॉल सूची जारी की जाए: मंदिर में प्रोटोकॉल से दर्शन करने वाले दर्शनार्थियों की लिस्ट रोज मंदिर प्रशासन द्वारा जारी की जाए। इससे यह साफ हो सकेगा कि किस कोटे में कितने दर्शनार्थी रोज दर्शन कर रहे। अगर कोई गड़बड़ी हो रही होगी तो तत्काल उसे रोका जा सकेगा।

पुजारियों, पुरोहितों की लिस्ट जारी की जाए: महाकाल मंदिर प्रशासन को पुजारियों और पुरोहितों के माध्यम से दर्शन करने वाले दर्शनार्थियों की सूची भी जारी की जाना जरूरी है। इसे सोशल प्लेटफॉर्म पर भी सार्वजनिक किया जाए। इसमें पुजारी या पुरोहित का तय कोटा और दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की सूची नाम सहित जारी की जाए।

विभागों के सत्कार अधिकारियों की सूची: महाकाल मंदिर में प्रोटोकॉल के तहत विभागों में कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी गई है। विभागीय सूची का मिलान भी रोज गंभीरता से किया जाए। इस मामले में भी गड़बड़ियां हो सकती हैं।

जल्द मिलेगा नया प्रशासक!

महाकाल मंदिर को नया प्रशासक जल्द ही मिलने की संभावना है। सूत्रों की मानें तो आज या कल तक शासन द्वारा आदेश जारी किए जा सकते हैं। इनमें दो नाम चर्चा में हैं। यूडीए में प्रशासक रह चुके एसएस रावत या वर्तमान में उज्जैन विकास प्राधिकरण में सीईओ संदीप कुमार सोनी के नाम चर्चा में आए हैं। हालांकि सरकार किसी दबंग आईएएस के नाम पर भी विचार कर रही।

मेरी राय: भ्रष्टाचार को दूर कर विश्वास जमाएं

मंदिर प्रशासन की सबसे बड़ी प्राथमिकता श्रद्धालुओं को सुविधाजनक रूप से दर्शन कराना है। इसके लिए मंदिर में पारदर्शी प्रशासन की सबसे ज्यादा आवश्यकता है। इसके लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया जाए। इसका उद्देश्य मंदिर को दान में प्राप्त आभूषणों, मूल्यवान सामग्री की सुरक्षा करना हो। – आरएस चौहान, पूर्व प्रबंधक बैंक ऑफ इंडिया, महाकाल मंदिर ब्रांच

6 कर्मचारियों को सस्पेंड किया

दर्शन के नाम पर अवैधानिक रूप से पैसा लेने के मामले में छह कर्मचारियों को सस्पेंड किया है। दो और कर्मचारियों पर कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही।-अनुकूल जैन, प्रभारी प्रशासक एवं एडीएम

Related Articles