त्रिवेणी पर भरा नर्मदा का जल इसी में होगा आस्था का स्नान

कान्ह का पानी रोकने के लिए मिट्टी का पुल बनाया
निगम कर्मचारियों ने शुरू किया घाटों की सफाई का काम
नवग्रह शनि मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए बिछाया कारपेट
अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। शनिश्चरी अमावस्या पर श्रद्धालु नर्मदा के साफ जल में डुबकी लगाएं, इसके लिए नर्मदा का पानी छोड़ा जा रहा है जो त्रिवेणी पर एकत्र हो गया है। इसी पानी में 29 मार्च को श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाएंगे। बुधवार को घाटों की साफ-सफाई का काम शुरू हुआ। इसके अलावा मंदिर परिसर में गर्मी को देखते हुए कारपेट बिछाए गए हैं ताकि दर्शन के लिए आने वाले भक्तों के पैर ना जलें।
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दरअसल, शनिश्चरी अमावस्या पर त्रिवेणी घाट पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचेंगे। इसके लिए बुधवार सुबह से नगर निगम के सफाईकर्मियों ने घाटों के आसपास झाडू लगाकर कचरा हटाया। इसके अलावा नवग्रह शनि मंदिर में श्रद्धालु कतारबद्ध होकर दर्शन करें, इसके लिए बैरिकेड्स लगा दिए गए।
साथ ही गर्मी को देखते हुए कारपेट भी बिछा दिए हैं। अगले एक-दो दिन में घाटों पर फव्वारों के लिए पाइप भी लगा दिए जाएंगे। आपको बता दें कि पिछले दिनों समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने भी शनिश्चरी अमावस्या पर साफ-सफाई, सुरक्षा के लिए पर्याप्त संख्या में होमगार्ड जवान एवं गोताखोरों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए थे।
गंदा पानी रोकने के लिए मिट्टी का पुल
कान्ह के गंदे पानी को नर्मदा के साफ पानी में मिलने से रोकने के लिए त्रिवेणी पर ही मिट्टी का अस्थायी पुल बनाया गया है। इसके बनने से गंदा पानी और उसमें तैर रहा कचरा एक ओर रुक गया है और त्रिवेणी पर नर्मदा का साफ पानी भर गया है। शनिश्चरी अमावस्या को लेकर शिप्रा में करीब 55 एमसीएफटी पानी छोड़ा जा रहा है।
पिछले दिनों हटाया था नदी से मलबा
पिछले दिनों त्रिवेणी पर तोड़ा पुल का मलबा नदी में गिर गया था जिससे जगह-जगह मिट्टी के ढेर और गड्ढे हो गए थे। इसके कारण शनि मंदिर के घाट तक पानी पहुंचने में बाधा आ रही थी जिसके बाद 22 मार्च को नगर निगम के अमले ने नदी से मलबा हटाया। हालांकि, पूरी तरह से मलबा नहीं हटाया जा सका लेकिन इस तरह की व्यवस्था की जिससे नर्मदा का पानी तेजी से पहुंच गया। अब घाट पर पर्याप्त पानी है जिसमें श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाएंगे।