फरारी में भी दो स्थानों पर की थी मारपीट, 31 साल से पुलिस ढूंढ रही थी
उज्जैन। हत्या के मामले में कोर्ट ने एक व्यक्ति को उम्रकैद की सजा सुनाई। उसने जेल में 1 वर्ष बिताया और पैरोल पर बाहर आया। फिर लौटकर जेल नहीं गया। फरारी के दौरान भी उसने लोगों के साथ मारपीट की जिसके प्रकरण घट्टिया थाने में दर्ज हैं। पानबिहार पुलिस ने 31 वर्ष बाद अब 85 वर्ष के हो चुके वृद्ध को गिरफ्तार किया है।
पानबिहार चौकी प्रभारी जयंत डामोर ने बताया कि ग्राम पंचोड़ा पानबिहार निवासी 85 वर्षीय सेवाराम पिता नगजी आंजना को थाना भैरवगढ़ के अपराध क्रमांक 291/1993 धारा 302 में गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि सेवाराम आंजना ने भैरवगढ़ थाना क्षेत्र में हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। कोर्ट ने उसे वर्ष 1993 में उम्रकैद की सजा सुनाई। जिसके बाद वह एक साल तक जेल में बंद रहा। 1994 में वह पैरोल पर छूटा और फरार हो गया। जेल कर्मचारी ने उस दौरान भैरवगढ़ थाने में उसके फरार होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सेवाराम तभी से फरार था। इसके बाद सेवाराम ने वर्ष 2014 और वर्ष 2023 में घट्टिया थाना क्षेत्र में मारपीट की घटनाओं को अंजाम दिया। पुलिस को उक्त मामले में भी सेवाराम की तलाश थी।
पूजा के लिए आया और पकड़ा गया
सेवाराम आंजना फरारी के दौरान कभी घर नहीं रुकता था। वह कभी गांव भी आता तो खेत पर बने मकान में ठहरता था इस कारण पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ पाया। उसके पत्नी, बच्चे खेती संभालते थे। वर्तमान में उसके बच्चों के विवाह सम्पन्न होने के साथ ही नाती-पोते भी हो चुके हैं। बुधवार को सेवाराम खेत पर पूजा के लिए आया था। मुखबिर से उसके गांव आने की सूचना मिली तो पुलिस ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया। वर्तमान में उसकी उम्र 85 वर्ष हो चुकी है। अब तीनों मामलों में उसकी गिरफ्तारी लेकर जेल भेजा जाएगा।