अंतर्राज्यीय ठग बंटी-बबली ने सैफी मोहल्ला निवासी व्यवसायी से नकली सोना गिरवी रखकर 1 करोड़ ठगे

ज्वेलर्स की नकली सील लगाई, फर्जी चेक दिए और मारपीट भी हुई, बंटी गिरफ्तार, बबली फरार
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। अंतर्राज्यीय ठग बंटी बबली ने सैफी मोहल्ला में रहने वाले दुबई के व्यवसायी को एक करोड़ से अधिक का नकली सोना गिरवी रखकर धोखाधड़ी की। दोनों ने आभूषण पर ज्वेलर्स की नकील सील लगाई, बैंक के फर्जी चेक भी दिए। जीवाजीगंज थाना पुलिस ने मामले में केस दर्ज करने के बाद बंटी को हिरासत में लिया जबकि उसकी पत्नी फरार बताई जा रही है।
पुणे में दोस्ती की और उज्जैन आकर ठगी
सैफी मोहल्ला में रहने वाले 65 वर्षीय कुतुबुद्दीन नजमी पिता कमरूद्दीन नजमी फायर फाइटिंग का व्यवसाय दुबई में करते हैं। उन्होंने बताया कि उनका एक मकान पुणे में भी है। वहीं पर किराए से रहने वाले होजेफा गोलवाला पिता मो. हुसैन गोलवाल से मुलाकात हुई थी। इसके बाद उसका पुणे के घर पर आना जाना शुरू हुआ। होजेफा ने कुतुबुद्दीन नजमी के कारोबार, आर्थिक स्थिति आदि की जानकारी एकत्र कर ली।
नजमी बताते हैं कि वह अक्टूबर 2024 में पुणे से उज्जैन आ गए। एक दिन होजेफा उसकी पत्नी तसनीम के साथ उनके घर आया। उसके पास 1 किलो 100 ग्राम सोने के आभूषण थे। जिन पर पुणे के तवक्कल ज्वेलर्स की सील लगी थी। होजेफा ने नजमी से कहा कि मेरा कलकत्ता से माल आने वाला है जिसके लिए 1 करोड़ रुपए की जरूरत है। यह सोने के आभूषण अमानत के तौर पर अपने पास रख लो और मुझे 1 करोड़ रुपए नकद दे दो। उसकी मदद करने के मकसद से 4-5 दिनों में रुपयों का इंतजाम किया और उसे रुपए देकर बैंक के चेक प्राप्त किए।
ज्वेलर्स ने बताया सील नकली है
होजेफा और उसकी पत्नी तसनीम द्वारा धोखाधड़ी करने की शंका बढऩे पर कुतुबुद्दीन नजमी 1 किलो 100 ग्राम सोना लेकर पुणे पहुंचे। उन्होंने तवक्कल ज्वेलर्स को आभूषण दिखा। ज्वेलर्स ने उन्हें बताया कि जो सील लगी है वह 5 साल पुरानी है, लेकिन उनकी दुकान की सील नहीं है यह नकली सील लगाई गई है। वर्तमान में वह इस सील का उपयोग भी नहीं करते।
चेक बाउंस होने पर खुली पोल
कुतुबुद्दीन नजमी बताते हैं कि होजेफा द्वारा दिए गए चेक को बैंक अकाउंट में लगाया। उसके चेक बाउंस हो गए। होजेफा से संपर्क किया तो उसने मर चुकी महिला के 4 दूसरे चेक पकड़ा दिए। वह भी बाउंस हो गए और बैंक से पता चला कि 11 माह पहले मर चुकी महिला के चेक चोरी हुए थे, होजेफा को इसकी शिकायत की तो उसने बैंक का फर्जी मैसेज बनाकर नजमी के मोबाइल पर भेज दिया जिसमें उनके खाते में एक करोड़ रुपए जमा होने की जानकारी थी। हालांकि बैंक में संपर्क करने पर वह मैसेज भी फर्जी निकला।
कई राज्यों में दे चुकी ठगी को अंजाम
कुतुबुद्दीन नजमी बताते हैं कि होजेफा और उसकी पत्नी तसनीम मूल रूप से कोलकाता के रहने वाले हैं। वहां अनेक लोगों से ठगी की और दूसरे राज्य में भाग गए। पुणे में भी दोनों ने कई लोगों को ठगा। इसके बाद दोनों हैदरी टाऊनशिप इंदौर पहुंच गए। यहां भी लोगों से ठगी की वारदात कर रहे थे। नजमी ने 28 अप्रैल को पुलिस अधीक्षक को होजेफा और उसकी पत्नी के खिलाफ शिकायती आवेदन दिया जिसकी जांच के बाद जीवाजीगंज थाना पुलिस ने दंपत्ति के खिलाफ धोखाधड़ी, साइबर ठगी जैसी धाराओं में केस दर्ज किया। एसआई डीएस रावत ने बताया कि होजेफा को गिरफ्तार कर लिया गया है।