खेत में पानी दे रहे किसान पर सुबह सियार ने किया हमला

दो महीने में दूसरी घटना, किसान गंभीर घायल
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। खेत पर पानी देने गए किसान पर सोमवार सुबह सियार ने हमला कर बुरी तरह जख्मी कर दिया। जान बचाने के लिए किसान ने करीब आधे घंटे तक सियार से संघर्ष किया। इसी बीच आवाज सुनकर आसपास के किसान मौके पर पहुंचे और सियार को वहां से भगाया।
घटना माकड़ोन थाना क्षेत्र के ग्राम दगवाड़ा की है। खेत में पानी देने के बाद बालूसिंह पिता बापूसिंह प्रजापति (47) खेत पर ही आराम कर रहे थे। तभी सुबह करीब 4 बजे सियार ने उन पर हमला कर दिया। हमले से बचने के लिए बालूसिंह सियार से भिड़ गये और मदद के लिए आवाज लगाने लगा। बालूसिंह के बेटे राकेश प्रजापति ने बताया कि करीब आधा घंटा तक सियार से संघर्ष चला इसी बीच आसपास के ख्ेतों में मौजूद लोगों को मजरा समझ में आया और वे तुरंत मदद के लिए पहुंचे। ग्रामीणों ने मिलकर सियार को खदेड़ दिया और बालूसिंह को लेकर सुबह पांच बजे जिला चरक अस्पताल पहुंचे। डॉक्टर के मुताबिक बालूसिंह के चेहरे और हाथ की उंगलियों को सियार ने नोंच लिया है। उनकी हालत गंभीर बनी हुई हेै।
दो महीने पहले भी हो चुकी हैं घटना
सियार के हमले की दगवाड़ा में दो महीने पहले भी घटना हो चुकी है। उस वक्त गांव के देवीसिंह हमले में घायल हुए थे। राकेश प्रजापति ने बताया कि वन विभाग और पुलिस को सूचना देने के बाद भी सियार की धरपकड़ नहीं की गई। अब ये दूसरी घटना हो गई।
झुंड में रहता है सियार, पागल होने पर ही इंसानों पर करता है हमला
सियार कुत्ते के रूप दिखने वाला जंगली जानवर है। ये कैनिनी नामक वंश समूह का सदस्य हैं, जिसमें भेडिय़े और कुत्ते भी आते हैं। सामान्य तौर पर सियार गांव के निकट रहते है। सियार झुंडों में रहते हैं झुंड में हमला भी करते हैं। ठंडी रातों में एक साथ मिलकर आवाज़ लगाते हैं। भोजन के लिए भेड़-बकरियों या कुत्ते के बच्चे खा जाते हैं। सामान्य तौर पर सियार इंसानों पर हमला नहीं करते। लेकिन किसी कुत्ते के काटने से इनमें जब रैबीज हो जाता है तो असामान्य हरकत करते हैं और पागल होने पर ही अकेले और इंसानों पर हमला करते हैं। इनफेक्टेड सियार के काटने से रेबीज नामक जानलेवा बीमारी हो सकती है। यह एक गंभीर बीमारी है, जिसका इलाज न होने पर यह घातक हो सकती है। सियार के काटने पर तत्काल नजदीकी अस्पताल में जाकर एंटी-रेबीज टीका लगवाएं।
– अभिनव सोनी, पशु चिकित्सक
जानवर खतरनाक है तो टीम भेजेंगे
सियार या किसी जानवर के हमले की फिलहाल सूचना नहीं है। माकड़ोन क्षेत्र में जंगल क्षेत्र नहीं है इस कारण जंगली जानवर की संभावना कम है। पूरा मामला दिखवाएंगे। अगर जानवर खतरनाक है तो उसे पकडऩे के लिए टीम भेजेंगे।
– अनुराग तिवारी, डीएफओ









