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मन्नत गार्डन से मुफ्त में महाकाल मंदिर तक ले जाएंगी बसें

वीकेंड के लिए महाकाल क्षेत्र में अलग से बनेगा ट्रैफिक प्लान

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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। महाकाल मंदिर क्षेत्र में बढ़ रही ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए अब नया ट्रैफिक प्लान बनाया जा रहा है। इस बार वीकेंड (शनिवार-रविवार) व अवकाश के दिनों के लिए अलग ट्रैफिक प्लानिंग होगी।

 

जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में इस बार महाकाल मंदिर क्षेत्र की बिगड़ी यातायात व्यवस्था ही छाई रही। कलेक्टर रौशनकुमार ङ्क्षसह ने बैठक में तय किया कि मंदिर के आसपास ई-रिक्शा और ऑटो के लिए रूट तय कर उनकी पार्किंग व स्टैंड की प्लानिंग करेंगे। साथ ही मन्नत गार्डन पार्किंग से महाकाल मंदिर तक श्रद्धालुओं के लिए नि:शुल्क बसें चलाएंगे। ताकि पार्किंग मेें अपना वाहन खड़ा कर मंदिर तक पहुंचने मेें लोगों को परेशानी न हो। उज्जैन दर्शन के लिए सशुल्क बस सेवा शुरू होगी।

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स्कूल बस की जगह छोटे वाहन होंगे
बैठक में तय किया गया कि महाकाल मंदिर के आसपास, सिटी एरिया, व चारधाम मंदिर के आसपास की छोटी गलियों स्कूल बस की जगह छोटे वाहनों का उपयोग किया जाएगा। इसके लिए शिक्षा विभाग व स्कूलों के साथ मिलकर प्लानिंग की जाएगी। स्कूली बसों के कारण भी दिन में करीब दो घंटे जगह-जगह जाम की स्थिति बनती हैं।

अतिक्रमण स्थायी रूप से हटेगा
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि महाकाल मंदिर क्षेत्र व आसपास के प्रमुख मार्गों का अतिक्रमण स्थायी रूप से हटेगा। खासकर हरसिद्धि चौराहा से बड़ा गणपति, चौबीस खंभा मंदिर से हरसिद्धि चौराहा और चारधाम मंदिर तक का अतिक्रमण सख्ती से स्थायी रूप से हटाया जाएगा। इसके लिए उन्होंने नगर निगम और पुलिस विभाग को संयुक्त रूप से कार्रवाई के निर्देश दिए।

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अन्य निर्णय : ट्रैक्टर-ट्रॉली पर रिफ्लेक्टर अनिवार्य

रामघाट पर चार पहिया वाहनों का प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। इसके लिए वहां पर बैरिकेड्स लगाए जाएंगे।

ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उन पर रिफ्लेक्टर लगाना अनिवार्य। प्रतिमाह रिपोर्ट फोटो देना होगी।

बिना हेलमेट और वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करने वाले 12,963 चालकों पर प्रकरण दर्ज किए जा चुके हैं। आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।

सभी शासकीय कार्यालय प्रमुख कार्यालयों के आसपास पार्किंग व्यवस्था बेहतर बनाएं।

नेशनल हाईवे के अवैध कट (क्रॉसिंग) बंद करें

सड़कों खासकर हाइवे से पशुओं हटाएं।

हर माह सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु के कारणों की समीक्षा होगी।

युवाओं के लिए सड़क सुरक्षा प्रशिक्षण आयोजित करेंगे।

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