वैशाख पूर्णिमा पर शिप्रा में आस्था की डुबकी

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। वैशाख पूर्णिमा और सरकारी अवकाश के कारण सोमवार को उज्जैन में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं ने मोक्षदायिनी शिप्रा नदी में स्नान किया। इसके बाद महाकाल मंदिर सहित शहर के अन्य मंदिरों में दर्शन के लिए पहुंचे।
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वैशाख पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन किए गए दान, स्नान और पूजन से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। श्रद्धालुओं का मानना है कि पूर्णिमा के दिन स्नान करने से पूरे वैशाख महीने का पुण्य-फल मिलता है। इस अवसर पर मंदिरों और जरूरतमंद लोगों को दान देने की परंपरा है।
पंडित राकेश जोशी के अनुसार, वैशाख मास में भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था। इस महीने में जल से भरे घट का दान विशेष महत्व रखता है। हर 12 वर्ष में होने वाला सिंहस्थ महापर्व भी इसी महीने में आयोजित होता है। इस दिन भगवान शिव को शीतल जल और ऋतु फल अर्पित करने का विधान है। धन प्राप्ति के लिए माता लक्ष्मी और भगवान लक्ष्मीनारायण का पूजन किया जाता है। माना जाता है कि इससे दरिद्रता दूर होती है।