उज्जैन। श्री सीमन्ध दिगंबर जैन मंदिर क्षीरसागर पर प्रवचन श्रृंखला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर ब्रह्मचारी पंडित अभिनंदन कुमार शास्त्री ने कहा कि आकूलता दु:ख का मूल कारण है। उन्होंने कहा कि सरल स्वभावी निर्मल परिणाम वाले श्री रामचंद्र जी ने सीता को गर्भावस्था में वनवास दिया।
स्वयं रामचंद्रजी को न्याय प्रिय राजा दशरथ ने वनवास दिया। शुक्रवार को शुरू हुई मुनिश्री की प्रवचन श्रृंखला 30 अप्रैल तक चलेगी। प्रात: नौ से रात्रि को 9:30 बजे से दोनों समय प्रवचन संपन्न होंगे। ज्ञातव्य है कि पंडित शास्त्री अपने जीवन काल में कई पंचकल्याणक एवं विधानों को संपन्न कर चुके हैं।