सिंहस्थ से पहले शिप्रा नदी को निर्मल करेगा 930 करोड़ का ट्रीटमेंट प्लांट

By AV News

एमआईसी की मिली हरी झंडी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करेंगे भूमिपूजन

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। सिंहस्थ 2028 से पहले शिप्रा नदी को 930 करोड़ लागत का हरियाखेड़ी ट्रीटमेंट प्लांट साफ स्वच्छ और निर्मल करेगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इसी माह इस प्रोजक्ट का भूमिपूजन कर सकते हैं। एमआईसी ने ताबड़तोड़ इसको हरी झंडी दे दी है। सदन की सहमति भी दे दी गई है। प्लांट से शहर में पेयजल की समस्या भी दूर हो जाएगी।

आने वाले सिंहस्थ में शिप्रा नदी पर सभी का फोकस होगा। इस बार सरकार ने तय किया है कि नर्मदा का पानी मिलाए बिना इसे प्रवाहमान किया जाएगा। इस सिलसिले में कान्ह क्लोज डक्ट परियोजना पर काम शुरू करने के बाद दूसरा बड़ा कदम उठाने की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए हामूखेड़ी के पास हरियाखेड़ी में प्रस्तावित ट्रीटमेंट प्लांट की योजना को धरातल पर उतारने की कवायद तेज हो गई है। 930 करोड़ रुपए से स्थापित होने वाले ट्रीटमेंट प्लांट की योजना को एमआईसी की प्रत्याशा में ताबड़तोड़ मंजूरी दे दी गई है। शुक्रवार को एमआईसी की मंजूरी दे दी है। सदन के लिए भी सहमति प्रदान कर दी गई है।

जल्द ही टेंडर जारी होगा
जल्द ही इसका टेंडर जारी कर दिया जाएगा। निगम प्रशासन मुख्यमंत्री डॉ. यादव से इसका भूमिपूजन कराकर काम शुरू करने की तैयारी में जुट गया है, क्योंकि यह बड़ा प्रोजेक्ट है और सिंहस्थ से पहले इसे शुरू करने की बड़ी चुनौती सरकार के सामने है।

योजना एक नजर में

हरियाखेड़ी गांव में 6.5 हेक्टेयर जमीन प्लांट स्थापित होगा।

इसकी क्षमता 100 एमएलडी वॉटर ट्रीटमेंट की होगी।

सिलारखेड़ी डेम से ट्रीटमेंट प्लांट में पानी छोड़ा जाएगा।

 यह पानी त्रिवेणी से रामघाट की ओर छोड़ा जाएगा।

 इस पानी का उपयोग शहर में पेयजल प्रदाय व्यवस्था में भी किया जाएगा।

मंजूरी दे दी है
सही है कि हरियाखेड़ी में ट्रीटमेंट प्लांट के लिए एमआईसी की प्रत्याशा में मंजूरी दी है। सदन के लिए भी सहमति दे दी गई है।
मुकेश टटवाल, महापौर

टेंडर होगा
हरियाखेड़ी ट्रीटमेंट प्लांट के लिए आरंभिक मंजूरी हो चुकी है। एमआईसी और सदन की मंजूरी के बाद टेंडर प्रक्रिया होगी। शहर के लिए यह उपयोगी योजना है।
मनोज मौर्य, उपायुक्त

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