जयंती: संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर को संस्थाओं ने याद किया, जगह-जगह कार्यक्रम

बाबा साहेब ने समानता का मंत्र भारत को दिया

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। पाणिनी संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. विजय कुमार सीजी ने कहा कि बाबा साहेब ने शिक्षा और समानता का मंत्र भारत को दिया। वह बाबा साहेब 135 वीं जयंती के मौके पर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहेब के चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। कुलसचिव प्रो.दिलीप सोनी ने कहा कि बाबा साहेब सामाजिक न्याय, समानता और मानवाधिकारों की रक्षा के प्रतीक माने जाते हैं। उनका संघर्ष हमें प्रेरणा प्रदान करता है। इस मौके पर निबंध लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गई। कार्यक्रम को विभाग संयोजक डॉ. तुलसीदास परौहा, व्याकरण विभाग अध्यक्ष, डॉ. अखिलेश कुमार द्विवेदी, छात्र कल्याण अधिष्ठाता, डॉ. शुभम शर्मा ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ.अजय सिंह राठी थे।

माधव कॉलेज में भारतीय संविधान पर पढ़े गए १९ शोध पत्र


उज्जैन। प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस शासकीय माधव महाविद्यालय में डॉ. भीमराव अंबेडकर और भारतीय संविधान विषय पर केंद्रित राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी में 19 शोध पत्र पढ़े गए। मुख्य वक्ता डॉ. सीमा सोनी देवास थीं। उन्होंने कहा कि हमें बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के जीवन से प्रेरणा लेना चाहिए। उनका जीवन संघर्षो से भरा था। उन्होंने संघर्षों से हार नहीं मानी। डॉ. किरण राठौर ने अध्यक्षता की। प्राचार्य डॉ. कल्पना सिंह ने डॉ. अंबेडकर के व्यक्तित्व और कृतित्व पर अपने विचार व्यक्त किए। संगोष्ठी की समन्वयक डॉ. अंशु भारद्वाज थीं। इस अवसर पर शोध पत्रों की सारांश पुस्तिका का लोकार्पण किया गया। संगोष्ठी में डॉ. मंगलेश्वरी जोशी, डॉ. शेखर मदमवार, डॉ. रवींद्र सोहनी, डॉ. भारतीय लुणावत, डॉ. लता धुपकरिया, डॉ. मनोज राठौर, डॉ. शोभा राठौर, डॉ. मनीष चौधरी आदि ने शोध पत्रों का वाचन किया। संगोष्ठी प्रतिवेदन डॉ. नीरज सारवान ने प्रस्तुत किया। संचालन डॉ.जफर महमूद ने किया। आभार डॉ. आयशा सिद्दीकी ने माना।

डॉ. अंबेडकर को श्रद्धांजलि


उज्जैन। डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती पर घोंसला में भाजपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने डॉ. अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।

श्री रविदास सेवक संघ ने बाबा साहब का जन्मोत्सव मनाया

उज्जैन। श्री रविदास सेवक संघ ने बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 134वीं जन्म जयंती के अवसर पर शरबत वितरण एवम सम्मान समारोह कार्यक्रम फ्रीगंज टॉवर चौराहे पर किया। जीतेंद्र सुनहरे ने बताया कि इस दौरान शरबत वितरण करने वालों का सम्मान किया गया। रविदास सेवक संघ जिला अध्यक्ष मुकेश सूर्यवंशी खलीफा ने कहा कि डॉ. अंबेडकर को समानता और ज्ञान के प्रतीक माना जाता है।

डॉ. अंबेडकर सच्चे इंसान, समर्पित राष्ट्र भक्त

उज्जैन। बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर सच्चे इंसान, समर्पित राष्ट्र भक्त, एक प्रखर बुद्धिजीवी विद्रोही व्यक्तित्व, प्रभावशाली वक्ता, अनन्य लेखक शोध विधिवेत्ता थे। यह विचार कुलगुरु प्रो. अर्पण भारद्वाज ने डॉ. अंबेडकर पीठ व कृषि विज्ञान अध्ययनशाला के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित बाबा साहेब की 134वीं जयंती के कार्यक्रम में व्यक्त किए। अनुज पांचाल अनुज ने कविता पाठ किया। युवा वक्ता तनिष्का सिंह ने कहा कि डॉ. अंबेडकर एक विचारधारा, एक चेतना, एक क्रांति का नाम है। स्वागत भाषण प्रो. सत्येंद्र किशोर मिश्रा ने दिया। संचालन डॉ. निवेदिता वर्मा ने किया। आभार प्रो. राजेश टेलर ने माना।

शहर कांग्रेस कमेटी ने अंबेडकर जयंती पर किया माल्यार्पण


उज्जैन। शहर कांग्रेस कमेटी ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती शहर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश भाटी के नेतृत्व में टॉवर चौक स्थित बाबा साहब की प्रतिमा पर मनार्ई। इस मौके पर प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।

अंबेडकर जयंती मनाई


उज्जैन। सर सैयद अहमद वेलफेयर सोसाइटी ने बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती मनाई। पंकज जायसवाल एवं सैयद अबीद अली मीर ने बताया कि सोसाइटी ने अपंग आश्रम में आश्रमवासियों को दूध, ब्रेड का वितरण किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता हाजी इकबाल हुसैन ने की। जानकारी धर्मेंद्र राठौर एवं विनीत सोलपंखी ने दी।

बाबा साहेब की जयंती पर धम्म पद यात्रा निकली
उज्जैन। डॉ. बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की 134वीं जन्म जयंती के अवसर पर धम्म पद यात्रा निकाली। अशोक बुद्ध विहार निर्माण समिति के अध्यक्ष मनोज नागदेवे एवं समाज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संतोष लोखंडे ने बताया कि भारतीय बौद्ध महासभा अध्यक्ष रामदास जवादे की अध्यक्षता में अशोक बुद्ध विहार से विशाल धम्म पद यात्रा निकाली गई। जो अशोक बुद्ध विहार से गणेशपुरा, लक्ष्मी नगर, शहीद पार्क होते हुए टॉवर चौक पहुंची। जहां डॉ. बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।

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