पुणे के भाजपा उम्मीदवार ने चुनाव जीतने के लिए ढूंढा नया नुस्खा

By AV News

रोजाना 6 हजार लोगों को करवा रहे श्री महाकालेश्वर के दर्शन

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। महाराष्ट्र में इन दिनों विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। पुणे सीट से भाजपा के उम्मीदवार ज्ञानेश्वर उर्फ माउली बाबा ने चुनाव जीतने का नुस्खा धार्मिक यात्रा में तलाशा है। वह रोजाना १०० बसों में ६ हजार यात्रियों को उज्जैन दर्शन के लिए भेज रहे हैं। इन यात्रियों के आने से उज्जैन के कारोबारी बेहद खुश हैं। उनका धंधा जोरदार चल रहा है हालाकि माउली बाबा यह यात्रा अपने फाउंडेशन के जरिये करवा रहे हैं।

इन दिनों पुणे के लोग मजे में हैं। वहां से प्रतिदिन सौ यात्री बसें रोजाना आ रही हैं। पिछले पंद्रह दिनों से यह क्रम चल रहा है। इससे शहर के व्यापारी भी मजे में हैं। खासतौर पर मैजिक वालों की पौ-बारह हो गई है। प्रसाद भी खूब बिक रहा है। शहर के एक मैरिज गार्डन में रौनक है। चहल-पहल है, आपाधापी भी मची हुई है। लोगों को नंबर दिए जा रहे हैं। कोई बैग संभाल रहा है तो कोई अपने परिजन को ढूंढ रहा है। भाषा मराठी है। दरअसल, यह सभी यात्री पूना से आए हुए हैं।

ज्ञानेश्वर उर्फ मावली बाबा फाउंडेशन की ओर से आए हैं। यात्रियों की बसें शाम छह बजे पूना से रवाना होकर यहां सुबह छह बजे पहुंचती हैं। यहां आते ही यात्रियों की दिनचर्या शुरू हो जाती है। स्थानीय स्तर राजू भैया नामक व्यक्ति को व्यवस्था सौंपी गई है। वे पूरी व्यवस्था देखते हैं। उनके साथ में उनकी टीम भी है जो योजना बनाकर सेवा प्रदान करती है। सौ बसों के यात्रियों को मैनेज करना इतना आसान नहीं है, लेकिन उन्होंने पूरा सिस्टम बना रखा है। यात्रियों को बस के नंबर दिए गए हैं। जिस बस से वे आए हैं, उस बस पर भी नंबर लिखा होता है। यात्रियों को मैजिक से महाकाल, चिंतामण और कालभैरव के दर्शन कराए जाते हैं। मैजिक पर भी नंबर दिए हुए हैं। यात्रियों को बता दिया जाता है कि उन्हेें किस मैजिक में बैठना है।

सिलसिला अभी चलता रहेगा

मावली बाबा पूना से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके बारे में बताया गया कि वे धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। अच्छे वक्ता हैं। उनका फाउंडेशन है जो गरीबों की मदद करता है। उसी के माध्यम से प्रतिदिन बसें आ रही हैं। यात्रियों को यहां चाय, नाश्ते और भोजन की व्यवस्था दी गई है। स्थानीय व्यवस्थापकों का कहना है कि बसें कार्तिक मेला ग्राउंड में आती हैं। वहां से यात्रियों को मैरिज गार्डन तक लाया जाता है।

बाबा के दर्शन कर अभिभूत

पुणे से आए यात्री रोहित राव राजौले ने बताया बाबा के दर्शन किए और महाकाल लोक भी देखा। हमने बाबा के बारे में सुना था। उज्जैन बाबा महाकाल बाबा की नगरी है, यहां कदम-कदम पर मंदिर हैं। हमारी बरसों की मुराद पूरी हो गई। काल भैरव बाबा का चमत्कार देखा। वे मदिरा ग्रहण करते हैं। यह अजूबा है। उज्जैन यात्रा जीवन भर के लिए याद रहेगी। समय कम था इसलिए सिर्फ चिंतामण महाराज के दर्शन ही कर सके। बाबा सभी की चिंता हरने वाले हैं। बाबा से प्रार्थना की है कि वे एक बार पुन: बुलाएं ताकि पूरा उज्जैन घूम सकें।

महाकाल की टी-शर्ट रास आई

यात्रियों के पास समय कम था, लेकिन कम समय में भी उन्होंने अपनी पसंदीदा सामग्री और यादगार चीजें खरीदीं। महिलाओं ने मेहंदी, कुंकू, रोली और सिंदूर खरीदा। पुरुषों को महाकाल की टी-शर्ट रास आई। कुछ लोगों ने महाकाल के सिक्के और मालाएं खरीदीं। यात्रियों की बड़ी संख्या में आने से यहां केे फुटकर व्यापारियों अच्छा खासा व्यवसाय किया।

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