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करवा चौथ के दिन न पहनें इन रंगों के कपड़े

करवा चौथ का पर्व हर विवाहित महिला के लिए बेहद खास होता है. इस दिन सुहागिनें अपने पति की लंबी उम्र और दांपत्य सुख के लिए व्रत रखती हैं और सोलह श्रृंगार करती हैं. इस दिन सजना-संवरना और नए कपड़े पहनना परंपरा का हिस्सा है, लेकिन मान्यता है कि करवा चौथ पर कुछ रंग पहनने से बचना चाहिए. माना जाता है कि ये रंग शुभ फल नहीं देते और नेगेटिव असर डाल सकते हैं.

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काला रंग: करवा चौथ के दिन काले कपड़े पहनने से बचना चाहिए. यह रंग नकारात्मकता और दुख का प्रतीक माना जाता है. इस शुभ अवसर पर माहौल को सकारात्मक और खुशहाल रखने के लिए काले रंग से दूरी बनाना सही है.

भूरा रंग: भूरे रंग को अकसर निराशा और उदासी से जोड़ा जाता है. करवा चौथ एक उत्सव और आनंद का दिन है, ऐसे में भूरा रंग इस मौके की भव्यता को कम कर सकता है. इसलिए इसे पहनने से बचना चाहिए.

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ग्रे रंग: ग्रे यानी धूसर रंग को सुस्ती और नीरसता का प्रतीक माना जाता है. इस पर्व पर महिलाओं को उत्साहित और जीवंत दिखना चाहिए, इसलिए ग्रे रंग से परहेज करना शुभ माना गया है.

गहरा नीला रंग: इस रंग में गंभीरता और कभी-कभी नकारात्मकता झलकती है. करवा चौथ जैसे हर्षोल्लास वाले पर्व पर हल्के और चमकीले रंगों का चयन करना बेहतर होता है.

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सफेद रंग: सफेद रंग को हमेशा शोक और दुख से जोड़ा जाता है. यही कारण है कि करवा चौथ जैसे मंगलमय दिन पर सफेद कपड़े पहनने से बचना चाहिए. इस दिन रंगीन और रौशन कपड़े पहनना अधिक शुभ माना गया है.

लाल रंग के कपड़े पहनने से मिलेगा पति का साथ 

करवा चौथ के दिन व्रत रखने वाली महिलाओं के लिए लाल रंग के कपड़े पहनना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस परंपरा के अनुसार, लाल रंग गर्मजोशी और प्रेम का प्रतीक है, जो पति का प्यार जीवनभर बनाए रखने में मदद करता है। महिलाओं का मानना है कि लाल रंग पहनने से उनका मनोबल बढ़ता है और वे अधिक आकर्षक दिखती हैं। इस दिन महिलाएं अपनी सुंदरता को बढ़ाने के लिए विशेष रूप से लाल रंग के वस्त्र पहनती हैं, जिससे वे सबका ध्यान खींचती हैं।

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