भाजपा में शामिल नए नेताओं को हर बैठक-कार्यक्रम की सूचना देना है
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान कांग्रेस व अन्य दलों से भाजपा में शामिल हुए नेताओं को पार्टी ने अपने संगठन की मुख्य धारा में शामिल करने की कवायद शुरू कर दी है। भाजपा संगठन ने अपने जिला और मंडल अध्यक्षों को निर्देश दिए हैं कि पार्टी में शामिल नए सदस्यों को भी अन्य कार्यकर्ताओं व नेताओं की तरह हर बैठक और कार्यक्रम की सूचना दें। व्यवस्थाओं में उनकी भूमिका भी तय करें।
पार्टी संगठन ने अलग-अलग जिलों में शामिल हुए नए नेताओं की सूची भी जिला व मंडल अध्यक्षों को भेज दी है, ताकि वे उनसे सीधा संपर्क कर सकें। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले पूर्व सांसद,पूर्व मंत्री,पूर्व विधायक और प्रदेश-राष्ट्रीय स्तर के नेताओं भूमिका प्रदेश स्तर पर तय होगी। चुनाव परिणाम के बाद केंद्रीय नेतृत्व से सलाह लेकर इस पर अंतिम निर्णय होगा।
नए नेताओं को कार्यपद्धत्ति में शामिल करना चुनौती
संगठन के नेताओं के अनुसार यह पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में दलबदल करके नेता और कार्यकर्ता पार्टी में शामिल हुए हैं। इन्हें भाजपा की कार्यपद्धत्ति में शामिल करना एक बड़ी चुनौती है। भाजपा के रणनीतिकारों का मानना है कि यदि समय रहते यह नहीं हुआ तो पूरे प्रदेश में भाजपा दो भागों में बंटी नजर आएगी। पिछले साल सितंबर में विधानसभा चुनाव की गतिविधियां शुरू हो गईं थीं। विधानसभा चुनाव खत्म होते ही पार्टी लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई। इन नौ महीनों में संगठन की कई गतिविधियां ठप सी हो गईं हैं। 4 जून के बाद नए सिरे से संगठन सक्रिय होगा।
पार्टी की कार्यपद्धत्ति में शामिल करना चुनौती
संगठन के नेताओं के अनुसार यह पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में दलबदल करके नेता और कार्यकर्ता पार्टी में शामिल हुए हैं। इन्हें भाजपा की कार्यपद्धत्ति में शामिल करना एक बड़ी चुनौती है। भाजपा के रणनीतिकारों का मानना है कि यदि समय रहते यह नहीं हुआ तो पूरे प्रदेश में भाजपा दो भागों में बंटी नजर आएगी। पिछले साल सितंबर में विधानसभा चुनाव की गतिविधियां शुरू हो गईं थीं। विधानसभा चुनाव खत्म होते ही पार्टी लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई। इन नौ महीनों में संगठन की कई गतिविधियां ठप सी हो गईं हैं। 4 जून के बाद नए सिरे से संगठन सक्रिय होगा।