साढ़े पांच लाख दीपों से जगमगाई महाकाल की नगरी

जुबिन नौटियाल ने बिखेरा सुरों का जादू
हिन्दू नववर्ष विक्रम संवत 2081 शुरु हो गया है। विक्रमोत्सव पर 9 अप्रैल मंगलवार को चैत्र नवरात्रि के पहले दिन बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में क्षिप्रा सहित विभिन्न घाटों पर लाखों दीप जलाकर इन्हें रोशन किया गया।
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लाखों की संख्या में भक्तों ने यहां दीपदान किया। साढ़े पांच लाख से अधिक दीपों से मां क्षिप्रा घाट रात की चांदनी में जगमगाता हुआ बड़ा ही मनोहारी लग रहा था।

विक्रमोत्सव 2024 के तहत आज शिवज्योति अर्पणम कार्यक्रम तहत क्षिप्रा तट के रामघाट , नरसिंह घाट , दत्त अखाड़ा और गुरुद्वारा घाट पर 5 लाख 51 हजार दीप प्रज्वलित किए गए। भगवान शिव को दीप अर्पित कर हिंदू नववर्षका शुभारम्भ किया गया।
शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम के माध्यम दीप प्रज्वलित कर उज्जैन नगरवासियों ने सामूहिक सहभागिता का बेहतर उदाहरण पेश किया। विक्रमोत्सव समापन समारोह में जनसैलाब उमड़ा। बड़ी संख्या लोग मौजूद रहे। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादवशिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम में शामिल हुए और पत्नी के साथ दीप दान किया।
कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध पार्श्व गायक जुबिन नौटियाल ने एक बढ़कर एक शिव भजनों की प्रस्तुति से श्रोताओं का मन मोहा, शंकर संकट हरना, मेरे घर राम आए हैं, बहुत आई गई यादें, पहला नशा पहला प्यार, एक मुलाकात हैं जरूरी जीने के लिए इत्यादि गीतों की शानदार प्रस्तुतियां दीं।
गायक जुबिन नौटियालका स्वागत उज्जैन कलेक्टरनीरज कुमार सिंह, विक्रमादित्य शोध पीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी द्वारा पुष्पगुच्छ भेंट कर किया।








