सरकार की राजमार्गों को स्मार्ट बनाने की कवायद तेज

20 हजार किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों पर एडवांस तकनीक से लैस सर्विलांस सीसीटीवी कैमरे लगाए जांएगे
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नईदिल्ली, एजेंसी। भारत के राष्ट्रीय राजमार्गों को स्मार्ट व सुरिक्षत बनाने के लिए सरकार ने कवायद शुरू कर दी है। इसके तहत 20 हजार किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों पर एडवांस तकनीक से लैस सर्विलांस सीसीटीवी कैमरे लगाए जांएगे। दावा है कि यह कदम सडक़ सुरक्षा में सुधार, अपराधों पर अंकुश लगाने और यातायात प्रबंधन को प्रभावी बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
सडक़ परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर सुरक्षा और निगरानी को मजबूत करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। यह परियोजना चरणबद्ध तरीके से लागू की जाएगी। पहले चरण में, भीड़-भाड़ वाले और दुर्घटना-प्रवण राष्ट्रीय राजमार्गों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। मंत्रालय ने इसके लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार कर ली है और जल्द ही निविदाएं जारी की जाएंगी।
अधिकारी ने बताया कि उक्त सीसीटीवी कैमरों को एडवांस तकनीक’ से लैस किया जाएगा, जिसका अर्थ है कि वे केवल रिकॉर्डिंग नहीं करेंगे, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) जैसी तकनीकों का भी उपयोग करेंगे। कैमरों की मदद से तेज रफ्तार, गलत लेन ड्राइविंग और अन्य खतरनाक ड्राइविंग व्यवहारों की पहचान की जा सकेगी, जिससे दुर्घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी। इतना ही नहीं राजमार्गों पर होने वाले अपराधों, जैसे चोरी, डकैती और वाहनों की तोडफ़ोड़ पर प्रभावी ढंग से नजर रखी जा सकेगी और अपराधियों की पहचान करने में आसानी होगी।
लोगों की पहचान संभव होगी
ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन की मदद से ऑटोमेटिक रूप से वाहनों की नंबर प्लेट को पढ़ा और डाटाबेस से मिलान किया जा सकेगा। असामान्य या संदिग्ध गतिविधियों जैसे कि रुके हुए वाहन, धीमी गति से चलने वाले वाहन, या जमावड़े की पहचान संभव होगी।
ऑटोमेटिक ई-चालान भेजेंगे
इसके अलावा किसी भी आपात स्थिति, जैसे दुर्घटना या प्राकृतिक आपदा, में त्वरित प्रतिक्रिया के लिए स्थिति की वास्तविक समय पर जानकारी उपलब्ध होगी। यातयात उल्लंघन करने वाले वाहनों की पहचान कर ऑटोमेटिक ई-चालान भेजे जा सकेंगे। दिन और रात दोनों समय स्पष्ट और उच्च-गुणवत्ता वाली फुटेज मिलना संभव होगा।