पूर्व मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता पारस जैन, PWD के तीन इंजीनियर और सांख्यिकी अधिकारी समेत आठ के खिलाफ लोकायुक्त ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया। लोकायुक्त ने पद के दुरुपयोग के मामले में कार्रवाई की है।
मामले में लोकायुक्त द्वारा की गई जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि पूर्व मंत्री पारस जैन ने विधायक निधि से कुल चार साल में लगभग 153 लाख रुपये की राशि से निजी जमीन पर दीवार का निर्माण करवा लिया।
इस दीवार का निर्माण करवाने के दौरान शासकीय दस्तावेजों में यह बताया गया कि इस दीवार के निर्माण से सार्वजनिक रूप से लोगों को लाभ मिलेगा। लेकिन लोकायुक्त द्वारा की गई जांच में यह भी पता चला कि नाले पर सुरक्षा दीवार बनाने के नाम से भले ही दीवार को बनाया गया और लेकिन इस दीवार से जनता को कोई सार्वजनिक लाभ होता नजर नहीं आता है।