इतना खराब काम हो रहा था तो हमारे इंजीनियर कहां थे…?

कानीपुरा रोड के मामले में महापौर ने संभाला मोर्चा कार्रवाई के दिए निर्देश
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। कानीपुरा रोड पर शहरी क्षेत्र में करीब 28 लाख रुपए से सीसी रोड पर किए गए डामरीकरण के महज 28 दिन में ही उखड़ जाने पर महापौर मुकेश टटवाल ने मोर्चा संभाल लिया है। महापौर ने जोनल अधिकारी से पूछा है कि इतनी खराब सडक़ बन रही थी, तब हमारे इंजीनियर कहां थे? कार्रवाई के लिए भी निर्देश दिया है।
कानीपुरा तराना रोड पर पुराने तौल कांटा से हायर सेकंडरी स्कूल तक आधा किलोमीटर लंबी रोड पर नगर निगम ने सीमेंट कांक्रीट रोड पर डामरीकरण किया था। बारिश में यह रोड उखड़ गई और सीसी रोड से ज्यादा गड्ढे हो गए थे। महापौर ने शुक्रवार को रोड का निरीक्षण किया और आश्चर्य जताया कि जब रोड बन रही थी, तब हमारे इंजीनियर कहां थे? पार्षद बबीता घनश्याम गौड़ ने बताया 28 लाख रुपए से डामरीकरण किया गया था, लेकिन बारिश में ही उखड़ गया। महापौर ने जोनल अधिकारी राजकुमार राठौर को निर्देश दिया है कि पूरी जानकारी उपलब्ध कराएं और इंजीनियर के विरुद्ध कार्रवाई करें।
अभी तक किसी बड़े अधिकारी ने नहीं किया निरीक्षण
रोड उखडऩे के बाद निगम की टीम ने ताबड़तोड़ रहवासियों के अतिक्रमण तो हटा दिए लेकिन अब तक दोबारा सडक़ निर्माण नहीं कराया जा सका। निगम का कोई बड़ा अधिकारी भी इसका निरीक्षण करने नहीं आ सका। ऐसे में पहली बार महापौर की एंट्री से मामले में हलचल मच गई है। अगले हफ्ते इसकी तस्वीर साफ हो सकेगी।
निर्देश दिए हैं: यह सही है कि कानीपुरा रोड पर किए गए डामरीकरण कार्य का निरीक्षण किया है। संबंधित अधिकारी से रोड की जानकारी मांगी है और इंजीनियर पर कार्रवाई के लिए भी कहा है।
मुकेश टटवाल, महापौर









