वैवाहिक जीवन की नींव पति-पत्नी की आपसी समझ, प्यार और तालमेल पर निर्भर करती है। उन्हें एक-दूसरे की पसंद-नापसंद, अच्छाइयों-बुराइयों और आदतों का मालूम होना जरूरी है। जिन्हें स्वीकार और आत्मसात करके ही वे दूसरे के रंग में रंग जाते हैं और जिंदगी भर साथ निभा पाते हैं।
जरूरी है कि जीवनसाथी का चयन करते समय उसकी अच्छी-बुरी आदतों के बारे में जान लेना चाहिए, वरना शादी का रिश्ता निभाना मुश्किल हो जाता है। लेकिन इसे तवज्जो न देने की वजह से कई बार बसी-बसाई गृहस्थी बर्बाद भी हो सकती है। आइए जानते हैं कि ऐसी कौन सी आदतें हैं जो कि पति-पत्नी के रिश्ते को कमजोर बनाती हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपके बीच का रिश्ता अच्छा रहे और आपका भरोसा एक दूसरे पर बना रहे तो आप इन बुरी आदतों से खुद को बचाकर रखें।
जिम्मेदारियों से भागना
कुछ लोगों की आदत होती है कि वह कोई भी काम करने से बचते हैं, लेकिन शादी के बाद यह रिश्ते के लिए भारी पड़ सकता है। घर-परिवार की जिम्मेदारी निभाना पति-पत्नी दोनों की जिम्मेदारी है।खासतौर से अपने पार्टनर को लेकर आपकी जो भी जिम्मेदारी बनती है, उसे जरूर पूरा करे, जिससे आपको रिश्ते में बैलेंस बना रहा। काम का सारा बोझ एक पार्टनर पर डालना उसे रिश्ते में घुटन महसूस करवा सकता है, जो उसे धीरे-धीरे कमजोर करने का काम करता है।
इज्जत नहीं करना
पति-पत्नी का रिश्ता जीवनभर का होता है, जो प्यार, आपसी तालमेल, विश्वास और इज्जत के साथ आगे बढ़ता है। अगर दोनों में से कोई भी अपने पार्टनर की इज्जत नहीं करता तो रिश्ता जल्द ही टूट जाता है।
सलाह न लेना
पति-पत्नी को एक गाड़ी के दो पहिओं की तरह देखा जाता है, जिनके आपसी तालमेल से जीवनरूपी गाड़ी आगे बढ़ती है। दोनों को हमेशा आपसी तालमेल और समझ के साथ काम करना चाहिए, लेकिन अगर दोनों एक-दूसरे से सलाह लिए बिना अपने मन से सभी काम करते हैं तो कुछ समय में ऐसे रिश्तों में भी दरार आ जाती है।
आपसी कम्यूनिकेशन की कमी
आपस में खुलकर बात करना या अपनी बातें छुपाना जैसी आदतें पति&पत्नी के बीच शक की बुनियाद मानी जाती हैं। जिसके चलते बेवजह उनके बीच तकरार, बहस या लड़ाई हो जाती है। यह उनके रिश्ते में दरार पड़ने का वार्निंग साइन है। बेहतर होगा कि आप एक-दूसरे को शांति से सुनना शुरू करें और अच्छे माहौल व अच्छी भाषा का इस्तेमाल करते हुए बर्ताव करें।
बेवजह गुस्सा करना
अगर आप दांपत्य जीवन में खुशहाली पाना चाहते हैं तो अपने रिश्ते में कभी क्रोध को जगह न दें। छोटी-छोटी चीजों को भी पकड़कर बैठ जाते हैं और झगड़ा करते हैं तो यह आपके बीच के रिश्ते को खटास से भर सकता है। क्रोध पति-पत्नी के रिश्ते को प्रभावित करता है और कई बार इसकी वजह से व्यक्ति बिना सोचे-समझे गलत फैसले ले लेता है। यदि किसी बात पर गुस्सा आ रहा है तो खुद को शांत करें और आराम से बैठकर बात करें।
धोखा देना
पति-पत्नी का रिश्ता भरोसे और विश्वास पर टिका होता है। दो अंजान लोग केवल एक-दूसरे पर विश्वास करके ही अपनी पूरी जिंदगी एक-दूसरे के नाम लिख देते हैं। अगर इनमें से कोई भी अपनी बातों को छुपाने लगता है तो रिश्ते में दरार पड़ जाती है। धोखा देने वाला व्यक्ति कभी अपने रिश्ते का सम्मान नहीं करता और खुद को सही साबित करने के लिए गलत और झूठ का सहारा लेता है।
पैसों का लालच
पति-पत्नी के रिश्ते में अगर पैसों का लालच आ जाए तो ऐसे रिश्तों में भी दरार पड़ जाती है और जल्दी ही रिश्ते खत्म हो जाते हैं। जिस रिश्ते में पैसे की अहमियत ज्यादा होती है, वो बर्बाद हो जाता है।
किसी चीज की आदत लग जाना
अगर आपको सोशल मीडिया, अल्कोहल, ड्रग, शॉपिंग,जूआ आदि की आदत लग गई है। तो यह आपके शादी को बर्बाद करने के लिए काफी है। ऐसा होने पर थर्ड पार्टी आपके रिश्ते में बडी़ आसानी से प्रवेश कर जाता है और शादी में धोखा या चीटिंग का सिचुएशन बन सकता है।
अपनी परेशानियों का कारण दूसरों को समझना
संभव है कि पति-पत्नी का दिन अच्छा न गुजरा हो और उनका मूड ठीक न हो। अक्सर इसका ठीकरा दूसरे पर डालते हैं और लड़ाई-झगड़ा करते हैं। जबकि इसकेे बजाय उन्हें समझदारी से काम लेना चाहिए। पार्टनर को अपनी परेशानी के बारे में पहले ही बता देना चाहिए । ताकि अनजाने में उनके बीच मनमुटाव न हो और रिश्ते में खटास न आए।
अपने बीच किसी तीसरे को लाना
भले ही आप अपने पैरेंट या भाई बहनों के काफी करीब हों, लेकिन अगर आप पति पत्नी के झगड़े में किसी तीसरे को लाने का प्रयास करेंगे तो यह उनके बीच की समस्या को बढ़ाने का काम कर सकता है।
लगातार नेगेटिव बातें करना
संभव है कि पति-पत्नी को घर-बाहर किसी से या एक-दूसरे की किसी बात या काम को लेकर शिकायत रहती हो। उनके मन में नकारात्मक भाव आने लगते हैं जिन्हें वे आएदिन अपने पार्टनर के साथ बयां करना या शिकायत करते रहते हों। ऐसा करना गलत है। हो सकता है कई बार आपकी आलोचना सही ही हो, फिर भी पार्टनर के मन में आपकी एक नकारात्मक छवि बनती चली जाएगी। ऐसा करने से उनके रिश्ते पर बुरा असर पड़ सकता है। शिकायतों की वजह से वे निराश हो जाते हैं और अनजाने में एक-दूसरे से दूर होते जाते हैं। कभी-कभी उनसे शिकवा करना तो ठीक है लेकिन इसे अपनी दिनचर्या में शामिल नहीं करना चाहिए।