जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में 27 लोगों की मौत हो गई। घटना बैसारन घाटी इलाके में मंगलवार दोपहर 2.45 बजे हुई। इंदौर के वीणा नगर निवासी सुशील नथानियल भी इस हमले में मारे गए हैं। उनकी बेटी आकांक्षा गोली लगने से घायल हुई हैं।सुशील आलीराजपुर स्थित एलआईसी की सैटेलाइट शाखा में पदस्थ थे। वे 4 दिन पहले ही 21 वर्षीय बेटे ऑस्टिन गोल्डी, 30 वर्षीय बेटी आकांक्षा और पत्नी जेनिफर के साथ कश्मीर गए थे। एडिशनल पुलिस कमिश्नर (कानून) अमित सिंह ने सुशील की मौत की पुष्टि की है।
आतंकियों ने कलमा पढ़ने को कहा, फिर गोलियों से भूना
सुशील नथानियल के भाई विकास ने बताया- आतंकवादियों ने पहले सुशील को घुटनों पर बैठाया, फिर उन्हें कलमा पढ़ने के लिए मजबूर किया। जब उन्होंने अपना धर्म ईसाई बताया, तब आतंकवादियों ने उन्हें गोलियों से भून दिया। आकांक्षा को पैर में गोली लगी है। घटना से पहले सुशील ने अपनी पत्नी को छिपा दिया था और स्वयं आतंकवादियों के सामने खड़े हो गए थे।जेनिफर खातीपुरा के सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं। घायल आकांक्षा सूरत में बैंक ऑफ बड़ौदा में फर्स्ट क्लास ऑफिसर जबकि ऑस्टिन गोल्डी बैडमिंटन खिलाड़ी है। परिवार मूल रूप से जोबट का रहने वाला है।
सुशील नथानियल का परिवार मूल रूप से मध्य प्रदेश के अलीराजपुर के जोबट के रहने वाला हैं. हालांकि वो फिलहाल इंदौर के MR 10 स्थित अभिनंदन नगर में रहते थे. सुशील आलीराजपुर स्थित एलआईसी की सैटेलाइट शाखा में ब्रांच मैनेजर के पद पर पदस्थ थे. सुशील 4 दिन पहले अपनी पत्नी जेनिफर का जन्मदिन मनाने अपने 21 वर्षीय बेटे आस्टन, 30 वर्षीय बेटी आकांक्षा के साथ जम्मू कश्मीर गए थे.