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जन्माष्टमी की धूम शुरू, मंदिरों में होंगे आयोजन

उज्जैन। शहर में जन्माष्टमी की धूम शुरू हो गई है, श्रीकृष्ण मंदिरों में इस दौरान भव्य आयोजन होंगे। मंदिर अभी से रोशनी से ही दमक उठे हैं, श्रद्धालुओं की आवाजाही भी शुरू हो गई है। श्रीकृष्ण मित्रविंदा धाम में जन्माष्टमी पर भजन संध्या और महाप्रसादी। दिल्ली का साधौ बैंड प्रस्तुति देगा। यहां भक्तों को प्रसाद के तौर पर अभिमंत्रित मोरपंख बंाटे जाएंगे।
उज्जैन। भैरवगढ़ स्थित श्रीकृष्ण मित्रविंदा धाम पर जन्माष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। भगवान श्रीकृष्ण की ससुराल में स्थित मंदिर में मित्रविंदा की आर्कषक प्रतिमा विराजित है। जन्माष्टमी पर यहां भजन संध्या होगी और महाप्रसादी का वितरण किया जाएगा।
पुजारी गिरीश गुरु बालक और भविष्य गुरु बालक ने बताया कि शनिवार सुबह पंचामृत अभिषेक से कार्यक्रम की शुरुआत होगी। शाम 5 बजे से मंदिर के पट खुलेंगे और सतत दर्शन होंगे। दिल्ली का साधौ बैंड भजनों की प्रस्तुति देगा। भजन संध्या के बाद महाप्रसादी वितरण शुरू होगा। महाप्रसादी में फलाहारी प्रसाद बांटा जाएगा। रात १२ बजे महाआरती होगी। इस दौरान अभिमंत्रित मोरपंख का वितरण भी किया जाएगा।

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नारायणा धाम में आज निकलेगी सवारी

उज्जैन। महिदपुर के पास स्थित नारायणाधाम में जन्माष्टमी महोत्सव की कड़ी में गुरुवार को सवारी निकलेगी। शाम को सवारी मंदिर परिसर से शुरू होगी। श्रीकृष्ण सुदामा उत्सव समिति नारायणाधाम के सदस्य पवन गोयल ने बताया कि सवारी को पुलिस बैंड सलामी देगा। मंदिर में भागवत कथा का आयोजन भी हो रहा है। स्वामी अभिरामदासजी 16 अगस्त तक कथा सुनाएंगे।
गुरुवार से मध्यप्रदेश शासन का पांच दिवसीय आयोजन शुरू होगा। 18 अगस्त तक चलने वाले आयोजन में संस्कृति विभाग श्रीकृष्ण नाटिका, भक्ति गायन, गणगौर लोकनृत्य और रासलीला जैसे आयोजन करेगा। मंदिर समिति सदस्य डॉ. महेश मरमट, दुर्गाशंकर पांचाल ने बताया कि सीएम डॉ मोहन यादव ने 16 अगस्त को कार्यक्रम में आने की सहमति दी है।

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श्री बांके बिहारी मंदिर में 16 की रात जन्मोत्सव

उज्जैन। अंकपात मार्ग स्थित श्री बांके बिहारी मंदिर में जन्माष्टमी महोत्सव 16 अगस्त की रात 12 बजे मनाया जायेगा। पं. हरिनारायण शास्त्री ने बताया रात 12 बजे मंदिर में विशेष सजावट, भजन-कीर्तन होंगे। रात 12 बजे जन्मोत्सव और प्रसादी वितरण होगा। अगले दिन 17  अगस्त को मंदिर में धूमधाम से नंद उत्सव होगा। दिनभर धार्मिक आयोजन होंगे और बाल स्वरूप में श्री बांके बिहारी के दर्शन होंगे।

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