बीसीसीआई के निवर्तमान सचिव जय शाह ने रविवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष का पदभार संभाल लिया. इस तरह वह वैश्विक संस्था का नेतृत्व करने वाले पांचवें भारतीय बन गए.
पिछले पांच वर्षों से बीसीसीआई सचिव रहे 36 वर्षीय जय शाह आईसीसी के निदेशक मंडल की सर्वसम्मति से चुनी गई पसंद थे और उन्होंने न्यूजीलैंड के वकील ग्रेग बार्कले का स्थान लिया, जो लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए पद पर बने रहना नहीं चाहते थे. जय शाह से पहले, व्यवसायी दिवंगत जगमोहन डालमिया, राजनेता शरद पवार, वकील शशांक मनोहर और उद्योगपति एन श्रीनिवासन सभी विश्व क्रिकेट संस्था का नेतृत्व कर चुके हैं.
आईसीसी के नए चेयरमैन जय शाह के लिए सबसे बड़ी चुनौती चैंपियंस ट्रॉफी के सफल आयोजन की होगी, क्योंकि आईसीसी को मूल रूप से पाकिस्तान में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए ‘हाइब्रिड मॉडल’ को लागू करने के लिए एक स्वीकार्य समाधान खोजने की जरूरत है.
पीसीबी के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने कहा है कि वह ‘हाइब्रिड मॉडल’ पर चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी तभी स्वीकार करेगा जब बोर्ड इस बात पर सहमत हो कि भविष्य में सभी आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) टूर्नामेंट इसी प्रणाली के आधार पर होंगे और पाकिस्तान अपने मैच खेलने के लिए भारत नहीं जाएगा.
जय शाह का करियर 2009 में गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन से शुरू हुई. 2019 में वह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सबसे कम उम्र के सचिव बने, 36 साल की उम्र में उन्होंने आईसीसी के चेयरमैन का पद संभाला है. आईसीसी चेयरमैन बनने वाले वह सबसे युवा हैं. इसके अलावा शाह ने एशियाई क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया है.