मंगलनाथ का शिखर अधूरा, 8 करोड़ रु. से शुरू होगा दूसरे चरण का काम

शिखर ऊंचा होने की राह तकते थक गई आँखें…
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अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध मंगलनाथ मंदिर के अधूरे शिखर का काम पूरा करने के लिए उज्जैन विकास प्राधिकरण (यूडीए) को अब मंदिर प्रबंध समिति की प्रशासकीय स्वीकृति का इंतजार है। इसके लिए मंदिर प्रशासन को पत्र भेजा जा चुका है। मंगलनाथ मंदिर का नया शिखर बनाया जा रहा है। लंबे समय से यह अधूरा पड़ा है।
यह काम निर्माण एजेंसी के तौर पर यूडीए द्वारा किया जा रहा है। दरअसल, शिखर तक का काम करने के बाद यूडीए के पास पैसा खत्म हो गया। इससे शिखर का काम भी अधूरा रह गया। अब दूसरे चरण के तहत शिखर का काम पूरा किया जाएगा। इसके लिए यूडीए ने 8 करोड़ 46 लाख रुपए का टेंडर लगाया था। एक कंपनी ने पांच फीसदी बिलो का टेंडर लगाया है यानी वह इससे भी कम खर्च में यह काम कर देगी। टेंडर खुलने के बाद उसके साथ एग्रीमेंट की प्रक्रिया की जा रही है।
यूडीए ने अब इसके लिए मंदिर प्रबंध समिति को पत्र भेजकर प्रशासकीय स्वीकृति मांगी है। इस स्वीकृति के बाद काम शुरू किया जाएगा। यह काम भी अब बारिश बाद ही शुरू होने की संभावना है। मंदिर के पुराने शिखर की ऊंचाई बढ़ाने के साथ मंदिर परिसर में स्टोन क्लैडिंग आदि काम भी दूसरे चरण के प्रोजेक्ट में कराए जाएंगे। मंदिर प्रबंध समिति ने उज्जैन विकास प्राधिकरण को ही निर्माण एजेंसी के रूप में दूसरे चरण के प्रोजेक्ट पूरे करने का जिम्मा सौंपा है।
मंगलनाथ मंदिर के शिखर की ऊंचाई बढ़ाने की कवायद पिछले सिंहस्थ के बाद से ही शुरू हो गई थी, लेकिन अब तक यह पूरी नहीं हो सकी। वर्तमान में शिखर एक सीमेंट के गुंबद के रूप में दिखाई दे रहा।