जब बच्चा झूठ बोलता है, तब पेरेंट्स उस पर गुस्सा करते हैं और गुस्से के दौरान कई बार उनके मुंह से गलत शब्द निकल जाते हैं जो कि बच्चे के लिए सही नहीं होते हैं। बच्चे बहुत मासूम होते हैं और उन्हें सही-गलत के बीच फर्क करना नहीं आता है। इस फर्क को समझने में बच्चों को काफी समय लग जाता है। जब बच्चे से कोई गलती हो जाती है और उसे लगता है कि वो इसकी वजह से किसी मुश्किल में फंस सकता है, तब वो झूठ बोल देता है। इसके अलावा कई बार पेरेंट्स के रिएक्शन से बचने के लिए भी बच्चे झूठ बोलते हैं।
अगर आप अपने बच्चे को झूठ बोलते हुए पकड़ लेते हैं, तो उस समय आपको उससे कुछ बातें नहीं बोलनी चाहिए। अगर आप अपने बच्चे से ये बातें बोल देते हैं, तो इसके कारण उस पर गलत असर पड़ सकता है।
तुम अपने भाई या बहन जैसे क्यों नहीं हो
भारत में बच्चों की परवरिश में मां-बाप के इस तरह के डायलॉग बहुत मशहूर हैं जबकि पेरेंटिंग एक्सपर्ट इसे एकदम गलत मानते हैं। आपको किसी भी कीमत या परिस्थिति में अपने बच्चे की तुलना किसी और से या उसके भाई-बहन से नहीं करनी चाहिए। इसके कारण बच्चे में ईष्र्या या आत्म-सम्मान में कमी की भावना उत्पन्न हो सकती है।
हम बाद में बात करेंगे
जब बच्चा झूठ बोलता है और आप इस बात को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हैं और ये कह देते हैं कि हम इस बारे में बाद में बात करेंगे, तो इससे बच्चे को यही मैसेज मिलता है कि उसने जो किया वो इतना ज्यादा गलत नहीं था। आपको ऐसे मसलों पर तुरंत बात करनी चाहिए। तभी बच्चे को एहसास होगा कि उससे कोई गलती हुई है।
तुम्हें शर्म आनी चाहिए
कई बार पेरेंट्स अपने बच्चे के झूठ से बहुत ज्यादा तंग आ जाते हैं और गुस्से में आकर उन्हें कुछ ऐसे शब्द बोल जाते हैं, जो उनके आत्म-सम्मान को चकनाचूर कर जाएं। अगर आप बच्चे से कहेंगे कि उसे अपने बिहेवियर पर शर्म आनी चाहिए, तो इससे बच्चे को गिल्टी और हताशा महसूस हो सकती है। इसके बजाय आप बच्चे के झूठ बोलने की वजह का पता लगाकर उस पर काम करें।
तुम पर भरोसा नहीं किया जा सकता आपके इन शब्दों से बच्चे को लग सकता है कि उसने आपका विश्वास खो दिया है और इसे वापस पाने का उसके पास कोई तरीका नहीं है। बच्चे को यह पता होना चाहिए कि झूठ बोलने का परिणाम गलत ही होता है लेकिन उसे सुधारने का मौका भी मिलताा है। आप उससे यह कह सकते हैं कि अगली बार तुम ऐसा मत करना।
तुम झूठे हो
जब आप बच्चे से कहते हैं कि तुम झूठे हो, तब आपके यह शब्द उसकी पहचान और अस्तित्व को चोट पहुंचा सकते हैं। इससे बच्चा और ज्यादा झूठ बोलने के लिए प्रेरित हो सकता है। उसे लग सकता है कि उसकी पहचान ही झूठ से जुड़ गई है। बच्चे के लिए इन शब्दों का इस्तेमाल करने से बेहतर है कि आप उसके व्यवहार पर ध्यान दें और उसे समझाएं कि झूठ बोलने से क्या नुकसान होते हैं।