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दुर्लभ दर्शन कंपनी के विरोध मेें उतरे पंडे-पुजारी

पूजन की ऑनलाइन बुकिंग करने से शुरू हुआ विरोध]

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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। श्री महाकाल मंदिर में वीआर (वर्चुअली रियलटी) के जरिए आरती दर्शन कराने वाली कंपनी के खिलाफ पंडे-पुजारी मैदान में उतर आए हैं। कंपनी द्वारा तमाम तरह की पूजा की बुकिंग ऑनलाइन करने का पुजारी व तीर्थ पुरोहितों ने विरोध किया है।

श्री रामघाट तीर्थ पुरोहित सभा अवंतिकापुरी के सदस्यों ने कंपनी के खिलाफ कलेक्टर को ज्ञापन देकर बताया कि उक्त कंपनी दुर्लभ दर्शन के नाम पर 250 रुपए दर्शनार्थियों से लेती है, कंपनी के कर्मचारी ही पुजारी बनकर श्रद्धालुओं के साथ अब पूजन-अभिषेक के नाम पर धोखाधड़ी कर रहे हैं।

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तीर्थ पुरोजित विजय दीक्षित ने बताया कि वीआर कंपनी के कर्मचारियों द्वारा श्रद्धालुओं को धमकी भी दी जा रही है कि यदि आपने दर्शन पूजन हमसे नहीं कराए तो आपका उज्जैन आना सार्थक नहीं होगा और कई सारे दोष लगेंगे। कंपनी द्वारा सोशल मीडिया पर ऑनलाइन विज्ञापन के जरिए पूजन का झांसा लोगों को दिया जा रहा है।

50 रुपए में कुंडली दिखाओ, पूजन भी कराएंगे: तीर्थ पुरोहित दीक्षित ने बताया कि जब उन्होंने वीआर कंपनी के नंबर पर श्रद्धालु बनकर फोन लगाया तो कहा गया कि आपको 50 रुपए देना है और कुंडली लाना है उसके बाद राशि और कुंडली के हिसाब से आपका पूजन कराया जाएगा और यदि संतुष्टि ने मिली तो रुपए वापस कर दिए जाएंगे।

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पंडितों की वेशभूषा में घूमते हैं कर्मचारी

वीआर के कर्मचारी पीले कुर्तें पहनकर महाकाल मंदिर व आसपास घूमते हैं और खुद को पंडित बताते हैं। पंडितों का कहना है कि उज्जैन को बदनाम करने वाली कंपनी पर तुरंत प्रतिबंध लगना चाहिए।

संभागायुक्त- कलेक्टर से की शिकायत
अभा ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष पं. सुरेंद्र चतुर्वेदी, पं. विजय दीक्षित, पं. यश गुरु, पं. गौरव उपाध्याय, पं. अमृतेश गुरु, पं. मोहित त्रिवेदी, पं. आनंद गुरु, पं. वेदप्रकाश त्रिवेदी, पं. शिवशंकर भट्ट, पं. हेमंत पंड्या, पं. विक्रम शुक्ल, पं. परिवल शास्त्री आदि ने संभागायुक्त आशीष सिंह, कलेक्टर रौशन कुमार सिंह से शिकायत की है।

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