राहुल गांधी ने ‘मेक इन इंडिया’ को विफल बताया, कहा- PM मोदी का विचार अच्छा था

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को बजट सत्र के तीसरे दिन राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार को जमकर निशाने पर लिया।उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’ पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का विचार अच्छा था, लेकिन यह पूरी तरह विफल हो गया है।

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) की सरकारें पर्याप्त रोजगार पैदा करने में हार गए।राहुल ने अंग्रेजी में दिए भाषण में कहा, “प्रधानमंत्री ने ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम का प्रस्ताव रखा, मुझे लगता है यह अच्छा विचार था…परिणाम आपके सामने है।

विनिर्माण क्षेत्र 2014 में सकल घरेलू उत्पाद का 15.3 प्रतिशत से घटकर आज 12.6 प्रतिशत रह गया, जो 60 वर्षों में विनिर्माण का सबसे कम हिस्सा है। मैं प्रधानमंत्री को दोष नहीं दे रहा, यह कहना उचित नहीं कि प्रयास नहीं किया। मैं कह सकता हूं प्रधानमंत्री ने प्रयास किया लेकिन असफल रहे।”उन्होंने आगे कहा, “हम एक देश के रूप में उत्पादन को व्यवस्थित करने में विफल रहे और इसे चीनियों को सौंप दिया।

हालांकि हम बढ़े हैं, तेजी से बढ़े हैं, अब थोड़ी धीमी गति से बढ़ रहे हैं, लेकिन हम बढ़ रहे हैं। एक सार्वभौमिक समस्या जिसका हमने सामना किया, वह यह है कि हम बेरोजगारी से निपटने में सक्षम नहीं। न UPA और न आज की NDA सरकार ने युवाओं को रोजगार के बारे में कोई स्पष्ट जवाब दिया।”राहुल ने AI को लेकर कहा, “लोग AI के बारे में बात करते हैं, लेकिन यह समझना महत्वपूर्ण है कि AI अपने आप में बिल्कुल निरर्थक है क्योंकि AI डाटा के ऊपर काम करता है।

डाटा के बिना, AI का कोई मतलब नहीं। दुनिया में उत्पादन प्रणाली से निकलने वाला हर एक डाटा, आज ग्रह पर मूलरूप से सभी इलेक्ट्रॉनिक्स बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला डाटा चीन के स्वामित्व में है और खपत अमेरिका के स्वामित्व में है।”राहुल ने कहा, “भारत में कई अच्छी कंपनियां होने के बावजूद हम उत्पादन में पीछे हैं।

हमने इसे चीन को सौंप दिया है। एक मोबाइल जो सिर्फ भारत में असेंबल होता है, उसके सारे पार्ट चीन में बनते हैं, नेटवर्क चीन में बनते हैं और उसका स्वामित्व चीन में है। हम जो कुछ भी चीन का पहन या प्रयोग कर रहे हैं, उनका टैक्स चीन को दे रहे हैं।”उन्होंने कहा कि चीन भारत से कई क्षेत्र में आगे है।

Related Articles