स्वयंसेवक कदमताल को तैयार, शाम को निकलेंगे 7 संचलन

राष्ट्रीय स्वयंसेवकसंघ के शताब्दी वर्ष का विजयादशमी महोत्सव आज, सुबह से ही तैयारियां जोरों पर
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उज्जैन। संघ शताब्दी वर्ष के मौके पर आज शाम 4 बजे शहर में 7 जगह से पथ संचलन निकलेगा। करीब 20 हजार आरएसएस स्वयंसेवक कदमताल करते हुए संचलन में शामिल होंगे। उज्जैन महानगर में भव्य पथ संचलन निकालने की तैयारियां पूरी हो गई हैं। सात अलग-अलग नगर से स्वयंसेवक निर्धारित मार्गों से अनुशासन बद्ध संचलन करते हुए शहरवासियों को एकता, राष्ट्रभक्ति और संस्कारों का संदेश देंगे। रविवार सुबह स्थानों पर तैयारी में स्वयंसेवक जुटे थे। मैदान में चूने की लाइन डाली गई। संचलन मार्ग पर दिशाबोधक निशान बनाए गए। ध्वजा फहराने से लेकर सभी जरूरी तैयारियों में स्वयंसेवक जुटे थे।
यहां से शुरू होकर यहीं खत्म होंगे संचलन
केशव नगर – देवास गेट स्थित पुराना माधव कॉलेज मैदान। अध्यक्षता पं. अमर डब्बावाला, करेंगे, उदबोधन अशोक सोहनी।
विक्रमादित्य नगर- क्षीरसागर मैदान। अध्यक्षता-आदिवासी मांझी समाज अध्यक्ष राकेश वर्मा। संबोधन-शम्भूप्रसाद गिरी।
मधुकर नगर- गुमानदेव मैदान। अध्यक्षता-महंत विशाल दास महाराज। संबोधन-गोपाल देराड़ी।
सुदर्शन नगर- सेंट पॉल स्कूल के सामने वाला मैदान। अध्यक्षता-पेट्रोल पम्प व्यवसायी अवतार सिंह अरोरा। संबोधन-विक्रम रघुवंशी।
माधव नगर- दशहरा मैदान। अध्यक्षता-सीए अकृत जैन। संबोधन- गिरीश जी इंदौर।
राजेन्द्र नगर – शास्त्री नगर मैदान। अध्यक्षता डॉ. ऋद्धि खण्डेलवाल। संबोधन-दिनेश गुप्ता।
कालिदास नगर- श्री गुरुजी खेल प्रशाल (स्पोर्ट्स एरीना, महानंदानगर)। अध्यक्षता-रिटायर्ड आईजी रमनसिंह सिकरवार। संबोधन- चैनराम जैन।
सुबह 10बजे स्वयंसेवक ध्वजा फहराने की व्यवस्था बनाने मेें लगे थे। स्वयंसेवकों के निर्देशों के लिए चूने की लाइन डाली जा रही थी। मैदान साफ कर मार्किंग की जा चुकी है। करीब 3000 स्वयंसेवक यहां से निकलेंगे।
सुबह 10.30 बजे मैदान समतल किया जा रहा था। कहीं-कहीं कीचड़ था, उसे मिट्टी से दबाया जा रहा था। भगवा ध्वज लहराने की तैयारी चल रही थी। भारत माता का सुंदर चित्र आ चुका था। चूने की लाइन स्वयंसेवकों की सुविधा के लिए डाली जा रही थी।
सुबह 10 बजे स्वयंसेवक तैयारी में लगे थे। मैदान से कीचड़ आदि हटाकर पूरा क्लीन किया गया है। चूने की लाइन डाल दी गई थी। मंच पर कुर्सियां लगाई जा रही थीं। संबोधन के लिए स्पीकर लगाए जा रहे थे और भगवा ध्वज मैदान में शान से लहरा रहा था।
प्रभारी मनीष उपाध्याय साथियों के साथ तैयारी में जुटे थे। सुबह 10.30 बजे तक मंच बन चुका था। कुर्सी लगाई जा रही थी। चूने की लाइन डाली जा चुकी थी। घोष-1 (बैंड) और घोष-२ के स्थान तय किए जा चुके थे।