महाकाल मंदिर के लिए रोप वे के लिए मालगोदाम समीप बनेगा मुख्य स्टेशन

योजना के लिए बैंक फाइनेंस मंजूर, फाइनेंसिशियल क्लोजर की चल रही प्रक्रिया

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लिफ्ट, एस्केलेटर और टिकट वेडिंग मशीन की होगी सुविधा

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। उज्जैन में रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक पौने दो किलोमीटर (1.76 किमी) लंबा रोप वे बनाने के लिए बैंक ने फाइनेंस तो सेंशन कर दिया है लेकिन फाइनेंशियल क्लोजर बनने का काम बाकी है। इसके लिए अभी प्रक्रिया चल रही है। मालगोदाम स्टेशन के सामने बनने वाले रोप वे के मुख्य स्टेशन में लिफ्ट, एस्केलेटर और टिकट वेडिंग मशीन जैसी सुविधाएं भी होंगी।

नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) यानी राष्ट्रीय राजमार्ग रसद प्रबंधन लिमिटेड द्वारा रोप वे का काम जल्द शुरू करने की तैयारी अब अंतिम दौर में है। अभी इसके लिए बैंक से फाइनेंस की प्रक्रिया चल रही है। उड़ीसा की एमएस इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी को इसका काम सौंपा गया है। केंद्र सरकार ने इसके लिए 189 करोड़ रुपए की मंजूरी दी है। रोप वे का मुख्य स्टेशन मुख्य रेलवे स्टेशन के पास मालगोदाम स्टेशन के सामने बनाया जाएगा। रेलवे की हरी झंडी मिलने के बाद यूटिलिटी शिफ्टिंग भी की जा रही है। मुख्य स्टेशन आधुनिक सुविधाओं से लेस होगा जहां यात्रियों के लिए लिफ्ट और एस्केलेटर भी होंगे और स्टेशनों पर टिकट वेडिंग मशीनें रहेंगी।

पहला ऐसा रोप वे जहां पहाड़ पर नहीं चढ़ेंगे लोग

आमतौर पर रोप वे पहाड़ी पर स्थित मंदिरों पर जाने के लिए बनाए जाते हैं, लेकिन उज्जैन का महाकाल मंदिर देश का पहला ऐसा ऐसा होगा जो पहाड़ी पर न होने के बाद भी रोप वे चलेगा सिर्फ इसलिए कि लोग भीड़ से बच सकें। इस पर से महाकाल लोक का दृश्य भी लोग देख सकेंगे।

देवास की तरह स्थिति न बन जाए
देवास की चामुंडा माता मंदिर टेकरी पर जाने के लिए रोप वे की सुविधा शुरू की गई है, लेकिन यह ज्यादातर नवरात्रि में ही उपयोगी साबित हो रही। अन्य दिनों में रोप वे से लोग कम ही जाते हैं। इसलिए यह आशंका भी उठ रही कि कुछ समय बाद देवास की तरह

रोप वे के हाल न हो जाए। फाइनेंशियल सेंशन हो गया
रोप वे के लिए बैंक से फाइनेंस मंजूर हो गया है। केवल फाइनेंशियल क्लोजर होना बाकी है। इसकी प्रक्रिया चल रही।
रवीन्द्र गुप्ता, कार्यपालन यंत्री,नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड

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