भगवान महाकाल की पहली सवारी में बटुक करेंगे वैदिक उद्घोष, हर सवारी में थीम अलग

सिंहस्थ मेला कार्यालय में सवारी की तैयारियों को लेकर कलेक्टर ने ली बैठक, दिए निर्देश
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श्री महाकाल महालोक में श्रावण माह में प्रतिदिन होगी सांस्कृतिक संध्या
अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। श्रावण और भादौ माह में निकलने वाली भगवान महाकाल की सवारियों की तैयारियों को लेकर शनिवार को सिंहस्थ मेला कार्यालय के सभाकक्ष में कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने बैठक ली। सीएम डॉ. मोहन यादव के निर्देश अनुसार इस बार सवारियों की थीम अलग-अलग होगी। पहली सवारी वैदिक उद्घोष थीम पर निकाली जाएगी।
रामघाट और दत्त अखाड़ा पर बटुकों द्वारा वैदिक उद्घोष करेंगे। सवारी मार्ग पर भी बटुकों द्वारा वैदिक उद्घोष किया जाएगा। साथ ही विभिन्न जनजातियां समूह द्वारा सवारी में प्रस्तुतियां दी जाएंगी। दूसरी सवारी में लोकनृत्य की प्रस्तुतियां दी जाएंगी। इसमें मप्र का मटकी नृत्य, राजस्थान का गणगौर, असम का बीहू, गुजरात का भवाई एवं कर्नाटक के पुलियाट्म या टाइगर नृत्य की प्रस्तुति रामघाट पर दी जाएगी। तीसरी सवारी में पुलिस बैंड, आर्मी बैंड, होमगार्ड बैंड और निजी बैंड द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी।
चौथी सवारी पर्यटन की थीम पर निकलेगी जिसमें मांडू के महल, सांची के स्तूप, खजुराहो, महेश्वर का देवी अहिल्या किला, भीमबेटका, ग्वालियर का किला, उदयगिरि की गुफाएं ,विदिशा बाग की गुफाएं, धार की झांकियां निकाली जाएंगी। पांचवीं सवारी की थीम धार्मिक होगी जिसमें श्रीकृष्ण पाथेय और प्रदेश के धार्मिक पर्यटन स्थलों व मंदिरों की झांकी निकाली जाएंगी। सवारियों में विभिन्न जिलों के जनजातीय नृत्यों की प्रस्तुति दी जाएगी। राजसी सवारी में 70 से अधिक भजन मंडलियां प्रस्तुति देंगी। इसके अलावा श्रावण महोत्सव का आयोजन हर शनिवार को शाम ७ बजे से त्रिवेणी संग्रहालय के सभाकक्ष में होगा।
पहली सवारी 14 जुलाई को
पहली सवारी 14 जुलाई को निकलेगी। इसी तरह दूसरी सवारी 21 जुलाई, तीसरी 28 जुलाई, चौथी 4 अगस्त, पांचवीं 11 अगस्त और राजसी सवारी 18 अगस्त को निकाली जाएगी। पहली सवारी में पालकी में श्री मनमहेश, द्वितीय में श्री चंद्रमौलेश्वर और हाथी पर श्री मनमहेश, तीसरी सवारी में पालकी में श्री चंद्रमौलेश्वर हाथी पर श्री मनमहेश और गरुड़ रथ पर श्री शिव तांडव, चौथी सवारी में पालकी में श्री चंद्रमौलेश्वर हाथी पर श्री मनमहेश, गरुड़ रथ पर श्री शिव तांडव और नंदी रथ पर श्री उमा-महेश, पांचवीं सवारी में पालकी में श्री चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरुड़ रथ पर श्री शिव तांडव नंदी रथ पर श्री उमा महेश और रथ पर श्री होलकर स्टेट और राजसी सवारी में पालकी में श्री चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरुड़ रथ पर श्री शिव तांडव नंदी रथ पर श्री उमा महेश, रथ पर श्री होलकर स्टेट और रथ पर श्री सप्तधान मुखारविंद के रूप में भगवान विराजित होंगे।
सभामंडप में सीमित रहेगी लोगों की संख्या
कलेक्टर ने श्रावण-भादौ माह में दर्शन व्यवस्था की समीक्षा की। साथ ही सोमवार को सवारी निकलने से पहले सभा मंडप में लोगों की संख्या सीमित करने के निर्देश दिए। इसके अलावा वीआईपी पार्किंग नीलकंठ द्वार के समीप करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने मंदिर का इलेक्ट्रिकल सेफ्टी ऑडिट समय पर पूरा करवाने के निर्देश दिए। इसके अलावा जूता स्टैंड की व्यवस्था त्रिवेणी संग्रहालय, श्री महाकाल महालोक प्लाजा, बड़ा गणेश मंदिर, विक्रम टीला के समीप, ४ नंबर गेट पर, हरसिद्धि चौराहे के सम्मुख, मानसरोवर भवन के पास और भारत माता मंदिर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रशासनिक कार्यालय के पास की गई है।
यहां कर सकेंगे वाहन पार्क
दर्शनार्थियों के वाहनों की पार्किंग त्रिवेणी संग्रहालय के सम्मुख सरफेस पार्किंग, हाट बाजार, मेघदूत वन, नीलकंठ, चारधाम मंदिर, कर्कराज मंदिर और कार्तिक मेला ग्राउंड पर होगी। बैठक में एसपी प्रदीप शर्मा, एडीएम और प्रशासक प्रथम कौशिक, नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक, यूडीए सीईओ संदीप सोनी, स्मार्ट सिटी सीईओ संदीप शिवा आदि मौजूद थे।
कलेक्टर ने यह भी दिए निर्देश
सवारी मार्ग में ढाबा रोड पर सीवर प्रोजेक्ट का काम चल रहा है वहां रोड का डामरीकरण किया जाए।
सवारी मार्ग पर जहां कहीं भी नालियां खुली हैं उन्हें 8 जुलाई तक कवर करें और मंदिर के आसपास से अतिक्रमण हटाएं।
जो भवन जर्जर हो चुके हैं, उनके सामने जाली लगवाई जाए।
नगर निगम कर्मचारी आईडी कार्ड जरूर पहने।
सवारी वाले दिन लोक निर्माण विभाग द्वारा पूरे मार्ग पर बैरिकेड लगाए जाएं और पालकी की स्ट्रेंथ चैक की जाए।
वन विभाग पालकी के साथ चलने वाले हाथी से श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए जरूरी व्यवस्था करे। जहां भी मधुमक्खी के छत्ते हैं, उन्हें हटाया जाए।
गुदरी, कहारवाड़ी, गणगौर दरवाजा और छत्रीचौक पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्राथमिक चिकित्सा केंद्र बनवाए जाएं।
बारिश के चलते प्रमुख घाटों पर होमगार्ड के जवान तैनात रहें। घाटों पर रैलिंग का काम पूरा करवाया जाए तथा साइन बोर्ड लगाएं। होमगार्ड द्वारा पीए सिस्टम का संचालन अच्छे से किया जाए।
बिजली कंपनी द्वारा अनावश्यक रूप से लटके बिजली के तारों को हटाया जाए। 10 जुलाई तक सवारी मार्ग पर आने वाले सभी बिजली के खंभों पर फाइबर शीट लगवाई जाए।
श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर में फसाड लाइटिंग और स्टोन क्लेडिंग का जो काम चल रहा है उसे १० जुलाई तक हर हाल में पूरा किया जाए।
मंदिर में आपातकालीन प्रवेश एवं निगम मार्ग में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पंखे, कूलर चलवाएं। सम्राट अशोक सेतु का गेट शीघ्र लगवाया जाए।
श्रावण माह में सामान्य दिनों में और सोमवार को भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष कार्ययोजना बनाई जाए और ट्रैफिक के साइन बोर्ड 10 जुलाई तक लगाएं।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा सवारी मार्ग में हर 200-200 मीटर पर पीने के पानी की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा पीए सिस्टम और कैमरे भी समिति द्वारा लगाए जाएंगे।
सवारी के दौरान अधिकारी किसी भी हाल में कर्तव्य स्थल ना छोड़ें।
श्रावण माह की तैयारियां
एक बार फिर देशभर से आए कलाकारों को भगवान महाकाल की वंदना और आराधना करने का मौका मिलेगा। श्रावण-भादौ मास में मंदिर समिति द्वारा विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस बार भी समिति ने देशभर के चुनिंदा कलाकारों का चयन किया है। श्रावण महोत्सव सप्ताह में एक दिन शनिवार को आयोजित किया जाएगा। इसके साथ ही अन्य दिनों में शाम 6 से 8 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन महाकाल महालोक परिसर में सप्त ऋषियों की मूर्तियों के समीप किया जाएगा। इसमें देशभर से 47 कलाकार समूह प्रस्तुति देंगे। 13 जुलाई से 16 अगस्त तक 23 दिनों में (श्रावण महोत्सव के दिन, सवारी के दिन, नागपंचमी और 15 अगस्त को छोडक़र) श्री महाकालेश्वर सांस्कृतिक संध्या नाम से सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
गर्भगृह में सफाई शुरू
श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण मास की तैयारियां शुरू हो गई हैं। मंदिर के गर्भगृह में स्थित चांदी के रूद्रयंत्र और दीवारों की सफाई शनिवार से प्रारंभ हुई है। इस दौरान जलाधारी, देहरी पर लगे चांदी के दरवाजे और नंदी हॉल के दरवाजों की भी सफाई की जाएगी। श्रावण मास 11 जुलाई से शुरू हो रहा है। इस पवित्र माह में देशभर से श्रद्धालु और कावड़ यात्री दर्शन के लिए पहुंचेंगे। मंदिर प्रबंध समिति ने दिल्ली के भक्त सुशील शर्मा के माध्यम से कारीगरों को सफाई कार्य सौंपा है। यह कार्य दो से तीन दिन में पूरा होने की संभावना है। श्रावण मास में भगवान महाकाल की पहली सवारी 14 जुलाई को शाम 4 बजे निकलेगी। पूजन के बाद यह सवारी नगर भ्रमण के लिए मंदिर से रवाना होगी।
सवारी मार्ग का निरीक्षण
सीएम डॉ. मोहन यादव के निर्देशानुसार भगवान श्री महाकाल की सवारी मार्ग में श्रद्धालुओं को सुव्यवस्थित दर्शन हो यह सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर रौशन कुमार सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा ने भगवान श्री महाकाल की सवारी मार्ग का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सवारी मार्ग पर आवश्यक संकेतक लगाने, मार्ग पर विभिन्न जगहों पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने, पेयजल, प्रकाश आदि व्यवस्था करने के निर्देश दिए।