अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन विक्रम विश्वविद्यालय में अक्सर परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को अनुपस्थित बना कर फेल करने की घटनाएं सामने आती रहीं है। इसी तरह का फिर से एक मामला सामने आया है। इसमें एमए की छात्र को परीक्षा से गैर हाजिर बता दिया है। शिकायत के बाद अब सुधार की बात कही जा रही है। विक्रम विश्वविद्यालय के परीक्षा परिणाम में एक बार फिर गड़बड़ी देखने को मिली।
विश्वविद्यालय के माधव कॉलेज में पढऩे वाला अवनीशकुमार अहिरवार एमए हिंदी का छात्र है। अवनीश ने तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा दी थी, जिसका परिणाम दो दिन पहले ही आया। इसमें अवनीश चार विषयों में से एक विषय में अनुपस्थित बताया गया,जबकि वह सभी विषयों की परीक्षा में शामिल हुआ था। इसके बाद छात्र ने विभागाध्यक्ष को शिकायत की। विश्वविद्यालय में आवेदन देकर कॉपी के अनुसार उसके परिणाम पत्र में नंबर चढ़वा दिए जाएंगे।
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय ने बताया कि प्राचार्यों की सलाह से ही 22 मई से परीक्षाएं कराने का निर्णय लिया है। प्रारंभ में छोटे प्रश्र पत्र आयोजित करा रहे हैं, जिससे कहीं भी जगह की कमी होने की परेशानी नहीं हो। बड़े प्रश्र पत्र 8 जून के बाद आयोजित करा लेंगे। परीक्षा कार्यक्रम जिले के सभी कॉलेजों और करीब 62 परीक्षा केंद्रों पर भेज दिया है। विद्यार्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर भी टाइम टेबल देख सकते हैं।
एमए तीसरे सेमेस्टर का छात्र
अवनीश ने एमए तीसरे सेमेस्टर का छात्र है। उसने बताया कि मैंने अपने कोर्स में आने वाले सभी चार विषयों की परीक्षा दी थी, लेकिन जब परिणाम आया तो उसमें भाषण विज्ञान एवं हिंदी भाषा विषय में मुझे अनुपस्थित बताया गया। इसके बाद मैंने विभागाध्यक्ष को मामले में जानकारी दी। उन्होंने मुझे परिणाम को सही करवाने के लिए कह दिया है। मामले में विभागाध्यक्ष ने कहा कि छात्र के परिणाम को सही करवाने की प्रक्रिया के बारे में उसे बता दिया है।
विक्रम विवि का परीक्षा कार्यक्रम घोषित
इधर विक्रम विवि ने नवीन राष्ट्रीय शिक्षा पद्धति की बीए, बीकॉम, बीएससी, बीएचएससी, बीबीए, बीसीए स्नातक स्तर के प्रथम और द्वितीय वर्ष के नियमित, स्वाध्यायीय, पूर्व, पूरक प्राप्त परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा कार्यक्रम घोषित कर दिया है। परीक्षाएं तीन शिफ्ट में होंगी। इस वर्ष चुनाव के कारण परीक्षाएं देरी से प्रारंभ हो रही हैं। मतदान होने के बाद अब परीक्षाएं 22 मई से प्रारंभ कराई जा रही हैं। कुछ कॉलेज हैं, जहां ईवीएम मशीनें रखी गई हैं, इसलिए वहां पर जो उपलब्धता है, उस हिसाब से संभाग के प्राचार्यों को बुलाया गया था।