ओपीडी में पेट के संक्रमण के मरीज बढ़े, लापरवाही से हो सकता है अल्सर
गर्मी बढऩे से पाचन तंत्र हो रहा प्रभावित पानी की कमी से भी बढ़ रही है समस्या
उज्जैन। इन दिनों बदलता मौसम लोगों की सेहत खराब कर रहा है। तापमान में हल्की बढ़ोत्तरी के असर के चलते चरक और माधवनगर अस्पताल सहित निजी क्लीनिक में पेट और वायरल इंफेक्शन के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। डॉक्टरों के अनुसार मौसम बदलने और खानपान में लापरवाही से एसिडिटी, गैस, अपच और दस्त की शिकायतें आम हो गई हैं। पिछले एक हफ्ते की बात करें तो गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (पाचन तंत्र से जुड़ी) बीमारियों वाले मरीजों की संख्या १० प्रतिशत तक बढ़ी है। इसमें लापरवाही से इंफेक्शन, फूड पॉइजनिंग और पेट के अल्सर की दिक्कत हो सकती है।
बुजुर्ग और बच्चों के खानपान का ध्यान रखना जरूरी: माधवनगर अस्पताल के प्रभारी डॉ. विक्रम रघुवंशी ने बताया कि मौसम बदलने का सबसे ज्यादा असर सेहत पर ही होता है। इससे वायरल इंफेक्शन के साथ सर्दी, खांसी, बुखार, हाथ-पैरों में दर्द के मरीज बढ़ रहे हैं। वहीं गर्मी बढऩे से पाचन क्रिया प्रभावित होती है जिससे पेट में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
रात में गर्मी बढ़ी, 14 डिग्री के पार पहुंचा तापमान
शहर में अब रात में भी मौसम बदलने लगा है। गुरुवार को न्यूनतम तापमान 14.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि, 24 घंटे में इसमें आधा डिग्री की गिरावट आई है। फिर भी यह सामान्य से ज्यादा है। इससे पहले 18 फरवरी को रात का तापमान 16 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था।
शासकीय जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ. आरपी गुप्त ने बताया कि आज भी वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर रहेगा। इसके दो दिन बाद उत्तर से ठंडी हवा आने से ठंडक हो सकती है। 23 एवं 24 फरवरी को फिर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा जिससे पहाड़ों पर बर्फबारी हो सकती है। इसके चलते तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।
ऐसे बचें पेट की बीमारियों से
ताजा और हल्का भोजन करें।
बाजार का अनहाइजिनिक और बासी खाना ना खाएं।
साफ-सफाई का ध्यान रखें।
पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं लेकिन बहुत ठंडा पानी न पिएं।
तली-भुनी चीजों से बचें और दही-छाछ को डाइट में शामिल करें।
दिनचर्या में हल्की एक्सरसाइज को शामिल करें।
सेहत बिगाड़ रहा मौसम… पेट दर्द, एसिडिटी, अपच की समस्या बढ़ रही