पत्नी ने ही जीजा और बहन के साथ मिलकर पति को दिया था जहर, डेढ़ साल बाद हत्या का केस दर्ज

पहले सिविल अस्पताल ले गए थे

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चेरिटेबल के डॉक्टर ने कहा था यह हत्या है

एफएसएल रिपोर्ट से खुलासा, सभी गिरफ्तार

जीजा से अवैध संबंधों के कारण हुई हत्या

उज्जैन। नलखेड़ा के गांव ताखला में रहने वाले संजय मालवीय की 13 दिसंबर 2023 को चैरिटेबल अस्पताल में मौत हो गई थी। पत्नी और परिवार वालों का कहना था, उसकी अचानक तबीयत बिगड़ गई थी इसलिए अस्पताल लेकर आए हैं। उधर डॉक्टर ने जहरीले पदार्थ की आशंका जताते हुए पुलिस को सूचना दे दी। डॉक्टर की आशंका और इस साजिश का पर्दाफाश तब हुआ, जब एफएसएल की रिपोर्ट सामने आई। इस रिपोर्ट में एल्यूमीनियम फॉस्फाइड की पुष्टि हुई। पुलिस ने सभी सात संदिग्ध से पूछताछ की तो हत्या का खुलासा हो गया।

देवासगेट थाना प्रभारी अनिला पाराशर ने बताया कि 13 दिसंबर 2023 को 9 बजे चैरिटेबल हॉस्पिटल से सूचना मिली कि संजय मालवीय की मौत हो गई है। जब इस मामले की जांच की तो पता चला कि संजय को रात्रि 1.30 बजे अंकित परमार और ज्योति सिविल अस्पताल लेकर गए थे।

गंभीर हालत में डॉक्टर की अनुमति के बिना उसे अस्पताल से ले गए और चैरिटेबल में भर्ती करा दिया। यहां जांच करने वाले डॉक्टर ने कहा कि यह सामान्य मामला नहीं है। इस दौरान रिश्तेदारों ने अपनी पहचान छिपाने की कोशिश भी की थी, परंतु जब उसका पीएम हुआ और एफएसएल रिपोर्ट आई तो पता चला कि उसके विसरा में एल्युमीनियम फॉस्फाइड (सल्फास) मिला। इसके बाद उसकी पत्नी से पूछताछ की तो नया खुलासा हुआ।

अंकित से अवैध संबंध थे ज्योति के

थाना प्रभारी ने बताया कि संजय की पत्नी ज्योति के उसके जीजा अंकित से अवैध संबंध थे, जिसके चलते आए दिन दोनों के बीच विवाद होते रहते थे। इसी कारण ज्योति ने अंकित परमार निवासी सुदामानगर, कल्पना उर्फ रोशनी पति अंकित, हरिनारायण मालवीय निवासी गणेशपुरा मोहन बड़ोदिया, फुंदा बाई पति हरिनारायण और मीना निवासी गणेशपुरा सहित एक नाबालिग लडक़ी ने संजय को षड्यंत्रपूर्वक जहर दे दिया। आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने 302, 120-बी, 201 के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार किया है।

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