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उज्जैन संभाग के सबसे बडे जिला अस्पताल में कुप्रबंधन….

हकीकत: डॉक्टर्स की कमी, सप्ताह भर से कोई ऑपरेशन नहीं, 100 से अधिक मरीज रैफर-डिस्चार्ज

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सिविल सर्जन ने कहा-ओटी में रिपेयरिंग चल रही हैं, इसलिए ऑपरेशन नहीं हो रहे

ज्जैन। जिला अस्पताल में डॉक्टर्स की कमी के कारण सप्ताह भर से कोई भी ऑपरेशन नहीं हुआ हैं। मरीजों को अन्य अस्पताल में रैफर या डिस्चार्ज किया जा रहा हैं। प्रभारी सिविल सर्जन और प्रभारी सीएमएचओ का कहना हैं कि अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर (ओटी) की रिपेयरिंग चल रही हैं, इसलिए ऑपरेशन बंद हैं।

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संभाग के सबसे बडे जिला अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग का कुप्रबंधन सामने आया हैं। उज्जैन जिला अस्पताल में बीते एक माह के दौरान 11 से अधिक डॉक्टर्स तबादले या अन्य कारण मसलन अध्ययन व स्वास्थ्य कारणों से अवकाश चले गए हैं। हालात यह हैं इतने बड़े जिले में एनेस्थिसिया विशेषज्ञ भी एक ही हैं। डाक्टर्स की कमी का खामियाजा स्वास्थ्य सुविधाओं, मरीजों और उनके परिजनों को भुगतना पड रहा हैं।

9 डॉक्टर्स के बाण्ड पूरे

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जिला अस्पताल में अलग-अलग रोगों के विशेषज्ञ डॉक्टर या तो नौकरी छोड़ गये हैं या उनका तबादला कर दिया गया है। अस्पताल के 9 डॉक्टर बांड पूरा होने या नौकरी छोडऩे व आगे की पढ़ाई का हवाला देकर जा चुके हैं। हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. देवेश पांडे को डॉ. महेश मरमट से विवाद के बाद माधव नगर अस्पताल ट्रंसफर कर दिया गया।

डॉक्टर्स के अभाव में स्वास्थ्य सेवा देने में असफल अस्पताल प्रबंधन मरीजों को डिस्चार्ज कर रहा तो एक सप्ताह से गंभीर बिमारी के ऑपरेशन भी नहीं हो रहे हैं। संभाग के सबसे बड़े अस्पताल की हालत यह हो चुकी है कि एक माह में 11 डॉक्टर या तो नौकरी छोड़ गये हैं या फिर आगे की पढ़ाई के लिये चले गये हैं। अब गिनती के डॉक्टरों के भरोसे अस्पताल की व्यवस्था संचालित हो रही हैं।

एक एनेस्थिसिया विशेषज्ञ चरक अस्पताल में अटैच: वर्तमान में डॉ. सिसौदिया ही एनेस्थिसिया विशेषज्ञ जिला अस्पताल में बचे हैं जिन्हें चरक अस्पताल की जिम्मेदारी सौंपी गई है। डॉ. सिसौदिया यहां की ड्यूटी के कारण जिला अस्पताल नहीं आ रहे हैं। कुल मिलाकर डॉक्टरों की कमी के चलते अस्पताल में आने वाले गंभीर मरीजों को रैफर किया जा रहा है।

मरीज और परिजन हो रहे परेशान…
जिला अस्पताल में अधिकांश गंभीर मरीज प्रतिदिन बड़ी संख्या में पहुंचते हैं जिन्हें तुरंत उपचार व ऑपरेशन की आवश्यकता होती है। पिछले सात दिनों में जिला अस्पताल से 100 से अधिक मरीजों को रैफर-डिस्चार्ज किया गया है। यह मरीज मजबूरी में प्रायवेट अस्पतालों में उपचार व ऑपरेशन करवा रहे हैं।

इसलिये बंद कराया ओटी

प्रभारी सिविल सर्जन,प्रभारी सीएमएचओ डॉ. पी.एन. वर्मा ने बताया कि ऑपरेशन थियेटर की रिपेयरिंग चल रही है इस कारण ऑपरेशन नहीं हो रहे। डॉ.डांगी भी अवकाश पर है उनके लौट आने तक व्यवस्था सुचारू हो जायेगी।

कौन डॉक्टर कहां गया
डॉ. मनोज शाक्य 2 वर्ष के लिये एनेस्थिसिया का कोर्स करने इंदौर गये।
डॉ. नितेश अडवाकर एमडी मेडिसीन की पढ़ाई के लिये रतलाम गये
डॉ. अजय अत्रोलिया सांवेर गये्र
डॉ. शहनाज खान गायनिक की पढाई के लिये सागर गईं
डॉ. गुरूचरण सिंह,डॉ. शुभांशी द्विवेदी डॉ.नवनीता, डॉ. मुस्कान अग्रवाल, डॉ. दीक्षा जैन, डॉ. सोनी व एक अन्य डॉक्टर जो एक वर्ष के लिये बाण्ड पर जिला अस्पताल में सेवाएं दे रहे थे,बाण्ड पूरा होने पर चले गए है।

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