उज्जैन:कोरोना मरीजों के अंतिम संस्कार को लेकर असमंजस

लॉकडाउन के दौरान थी एक मशीन आरक्षित

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

उज्जैन। कोरोना संक्रमण दुबारा पैर पसार रहा है। बड़ी संख्या में लोग कोरोना पाजिटिव आ रहे हैं। इसी माह में कोरोना से 4 लोगों की मौत हो चुकी है। लॉकडाऊन के दौरान प्रशासन द्वारा चक्रतीर्थ स्थित विद्युत शवदाह गृह की एक मशीन को कोरोना से मृतकों के अंतिम संस्कार के लिये आरक्षित रखा था, लेकिन यह व्यवस्था वर्तमान में लागू नहीं की गई है।

चक्रतीर्थ के विद्युत शवदाहगृह में कुल दो मशीनें हैं जिनमें से एक मशीन बंद है। एक मशीन में शवों का अंतिम संस्कार चल रहा है। यहां के कर्मचारी सुनील ने बताया कि सभी प्रकार के शवों का अंतिम संस्कार इसी एक मशीन में हो रहा है। कोरोना से मृतकों के शवों का अलग से अंतिम संस्कार करने के न तो निर्देश मिले हैं और न ही ऐसी कोई व्यवस्था लागू हुई है।

विद्युत शवदाह गृह प्रभारी पराग अग्रवाल ने बताया कि बंद मशीन में सुधार कार्य कर चालू करवाने के लिये टेण्डर निकाले गये हैं। लॉकडाऊन के दौरान कोराना से मृतकों के लिये एक मशीन आरक्षित कर अंतिम संस्कार किया जाता था, लेकिन वर्तमान में ऐसा नहीं हो रहा। प्रभारी अग्रवाल का कहना था कि त्रिवेणी स्थित श्मशान घाट पर भी विद्युत शवदाह गृह है। लोग वहां भी शवों का अंतिम संस्कार करते हैं। वहां की व्यवस्था के संबंध में कोई जानकारी नहीं है।

संक्रमण फैलने का खतरा
प्रशासन द्वारा शहर में कोरोना गाइड लाइन का पालन कराया जा रहा है। हर प्रकार के समारोह के साथ अंतिम संस्कार तक में निश्चित लोगों के शामिल होने को अनुमति दी गई है। ऐसे में यदि कोरोना संक्रमित शवों का खुले में अंतिम संस्कार होता है तो संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ सकता है।

Related Articles

close